दिल्ली नगर निगम सदन की बैठक में आज बढ़ते हुए प्रदूषण, बदहाल सड़कें और महापौर शैली ओबेरॉय के चुनाव नहीं करवाने का आरोप लगाकर बीजेपी ने प्रदर्शन किया. बीते दिनों महापौर पद पर चुनाव कराने और स्थायी समिति के गठन को लेकर महापौर कार्यालय पर भाजपा ने प्रदर्शन भी किया था.
कई पार्षदों ने शिकायत करते हुए कहा कि उनके वार्ड में सड़कों और गलियों की सफाई नहीं हो पा रही है. इस दौरान बीजेपी मेयर पद के प्रत्याशी किशनलाल ने खुद को लोहे की चैन में जकड़ा और दलित मेयर के चुनाव की मांग की. बीजेपी पार्षदों ने मेयर की खाली कुर्सी पर दलित मेयर को बैठने की मांग की.
डिप्टी मेयर बोले- दिवाली बाद होगा चुनाव
वहीं आप नेता और डिप्टी मेयर आले इकबाल ने कहा कि चुनाव में बीजेपी ने हर बाधा डाली है. उन्होंने कहा कि हम हमेशा से चुनाव करवाना चाहते हैं और दिवाली बाद मेयर का चुनाव करवाया जाएगा. वही बीजेपी और नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण से डरकर मेयर ब्राज़ील भाग रही हैं जबकि उनको इलाके में काम करना चाहिए.
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दरअसल अप्रैल 2024 से दलित मेयर का चुनाव अटका हुआ है. तब बीजेपी ने किशन लाल को मेयर, नीता बिष्ट को डिप्टी मेयर, रविंद्र भारद्वाज को डिप्टी मेयर का उम्मीदवार बनाया था.
मौजूदा मेयर शैली का ऐसे बढ़ता गया एक्सटेंशन
अप्रैल 2024 में महापौर के चुनाव के वक्त बीजेपी और आप ने प्रत्याशी घोषित कर दिया लेकिन पीठासीन अधिकारी ने यह कहकर फाइल लौटा दी कि उसपर सीएम का रिकमेंडेशन नही है .साथ ही नए मेयर चुने जाने तक मौजूदा मेयर को पद पर बने रहने के लिए कहा. तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उस वक्त जेल में थे लिहाजा वो रिकमेंडेशन नही कर पाए. तभी अप्रैल 2024 महापौर का चुनाव लंबित चल रहा है.
मेयर चुनाव पर ये कहता है कि दिल्ली नगर निगम का एक्ट
दिल्ली नगर निगम के मयर का चुनाव हर साल अप्रैल में होता है. दिसंबर 2022 में जब निगम के आम चुनाव हुए तो आप ने 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद आप पार्षद डॉ. शैली ओबेराय फरवरी 2023 महापौर बन गई थी. वित्तीय वर्ष खत्म हुआ तो अप्रैल 2023 में हुए महापौर के चुनाव में फिर शैली ओेबेराय महापौर चुनी गई. अप्रैल 2024 का महापौर चुनाव हो नहीं पाया एमसीडी एक्ट के अनुसार महापौर पद पर पहला साल महिला पार्षद के लिए आरक्षित, दूसरा जनरल और तीसरा साल अनुसूचित जाति के पार्षद के लिए आरक्षित होता है.
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राम किंकर सिंह