नीतीश पर प्रशांत किशोर का तंज, न पार्टी बची न इमेज, उन्हें कौन बनाएगा I.N.D.I.A का संयोजक

कभी नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने I.N.D.I.A. गठबंधन के संयोजक पद को लेकर उन पर निशाना साधा है. पीके ने कहा कि न दल बचा है, न इमेज बची है, तो किस आधार पर आपको  संयोजक बना दिया जाए. सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि उनकी संयोजक बनने की इच्छा नहीं है.

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प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर कसा तंज प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर कसा तंज

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 29 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक से पहले नीतीश कुमार के संयोजक नहीं बनने वाला बयान पर अब जन सुराज यात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ हमला बोला है. कभी नीतीश कुमार के साथ काम कर चुके प्रशांत किशोर ने तंज कसते हुए कहा कि बिहार में पैर रखने का ठिकाना नहीं, देश स्तर पर क्या कर पाएंगे? नीतीश के पास न दल बचा, न इमेज, उन्हें संयोजक कैसे बनाया जाए?

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दरअसल इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले संयोजक बनाए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था, 'हमको कुछ नहीं बनना है'. सूबे के सीएम के इस बयान पर तंज कसते हुए जन सुराज यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सवाल खड़े किए हैं.

नीतीश की हालत बेहद खराब: पीके

उन्होंने कहा, जहां तक विपक्षी एकता के संदर्भ में नीतीश के प्रयास का सवाल है, उनकी अपनी हालत बहुत खराब है, जिसे अपने राज्य में पैर रखने का ठिकाना नहीं है,वो देश के स्तर पर भला क्या करेंगे. अगर आप ऑर्डर में देखें, तो सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, उसके बाद तृणमूल, उसके बाद डीएमके है, जो पूरे-पूरे राज्य जीतकर बैठे हैं, उनके पास 20-20, 25-25 एमपी हैं. वे अपने राज्यों में जीतने का दावा कर सकते हैं.

नीतीश कुमार के पास कुछ है ही नहीं, न दल बचा है, न इमेज बची है, तो किस आधार पर आपको  संयोजक बना दिया जाए. आप कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल में जाकर देखिए भला कौन नीतीश कुमार की चर्चा कर रहा है. 

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जिनके पास एक भी MP नहीं वो बताएंगे देश कौन चलाएगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने लालू यादव की पार्टी आरजेडी पर भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा, जिस दिन महागठबंधन की सरकार बिहार में बनी, उसी दिन मैंने कहा था कि बिहार का महागठबंधन बिहार की घटना है, इसका राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. जिस दल के पास जीरो एमपी हैं, वो बताएंगे कि देश कौन चलाएगा.

उन्होंने कहा, नीतीश के पास 42 विधायक और 16 एमपी हैं, इस बार वो कितनी सीटें लाएंगे ये सबको मालूम है. जब आपकी अपनी ताकत नहीं है, आपके अपने 10 एमपी नहीं हैं, तो आप देश की राजनीति में भला क्या भूमिका अदा कर सकते हैं.

संसद में NDA और I.N.D.I.A. के मिलाकर 26-27 दल दोनों तरफ बैठते हैं, इसमें दो तिहाई दल ऐसे हैं जिसके एक भी एमपी नहीं है. वो तो संख्या गिनाने के लिए दलों की परिपाटी है इसलिए सबको बैठा लिया. इसका मतलब ये थोड़ी है कि वो राष्ट्रीय राजनीति को उलट-पुलट कर देंगे.

 

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