घर-बाहर का काम, स्ट्रेस, अनहेल्दी लाइफस्टाइल और हड्डियों की कमजोरी की वजह से महिलाओं को कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स होने लगती हैं. ऐसे में अगर आप उन महिलाओं में से हैं जो हमेशा बिजी रहती हैं और अपनी सेहत को नेचुरल तरीके से बेहतर बनाना चाहती हैं तो रोजाना काली किशमिश डाइट में शामिल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. काली किशमिश असल में काले अंगूरों को सुखाकर बनाई जाती है. ये छोटे-छोटे दाने न्यूट्रिशन से भरपूर होते हैं. खास बात यह है कि इन्हें रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाने से इनके फायदे दोगुने हो जाते हैं. तो आइए जानते हैं कि आपको अपनी डाइट में भीगी हुई काली किशमिश क्यों शामिल करनी चाहिए.
एनीमिया से बचाता है
काली किशमिश में आयरन और विटामिन C भरपूर होता है. यह कॉम्बिनेशन शरीर में आयरन को अच्छी तरह अब्जॉर्ब करने में मदद करता है. महिलाओं के लिए ये खासतौर पर पीरियड्स या प्रेग्नेंसी के दौरान फायदेमंद है. रोज भीगी किशमिश खाने से आयरन की कमी यानी एनीमिया दूर होती है और शरीर में एनर्जी बनी रहती है.
हार्मोन बैलेंस
किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स हार्मोन बैलेंस करने में मदद करते हैं. यह PCOS, PMS या मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स, क्रैम्प्स और हार्मोनल गड़बड़ियों को कम कर रिप्रोडक्टिव हेल्थ को बेहतर बनाते हैं.
स्किन को ग्लोइंग बनाते हैं
भीगी किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और विटामिन E होता है जो खून को साफ कर स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाता है. यह झुर्रियों और झाइयों को कम कर बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करता है.
डाइजेशन बेहतर होता है
भीगी किशमिश का फाइबर सॉफ्ट हो जाता है, जिससे यह आसानी से पच जाती है. ये नेचुरल लैक्सेटिव का काम करती है, कब्ज और पेट फूलने की समस्या को दूर करती है.
हड्डियां मजबूत होती हैं
काली किशमिश में कैल्शियम, बोरॉन और पोटैशियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखते हैं. इसे रोजाना खाने से हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है.
aajtak.in