क्या गर्म पानी या चाय में शहद मिलाना सेफ है ! गलत तरीके से खाना होगा जानलेवा

शहद इंसानों के लिए प्रकृति का दिया एक नायाब तोहफा है जो ढेरों गुणकारी तत्वों से भरपूर होता है. यह शरीर से लेकर स्किन और कई बीमारियों में भी असरदार होता है लेकिन इसके भरपूर फायदा उठाने के लिए इसे सही तरीके से खाना जरूरी है. आयुर्वेद में बताया गया कि शहद को हमेशा इसके नेचुरल फॉर्म में खाना चाहिए और इसे कभी भी गर्म नहीं करना चाहिए.

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शहद को गर्म करना खतरनाक (Photo: AI generated) शहद को गर्म करना खतरनाक (Photo: AI generated)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:17 AM IST

शहद का इस्तेमाल दुनिया भर में एक या दो नहीं बल्कि ढेरों तरीकों से होता है. यह खाने के अलावा स्किन प्रॉबल्म्स दूर करने के लिए भी उपयोग होता रहा है. यह लंबे समय से आयुर्वेद का एक अभिन्न अंग रहा है जिसे घरेलू इलाज के टोटकों से लेकर कई बीमारियों से बचने में इस्तेमाल किया जाता है. शुद्ध शहद गुणों से भरपूर होता है जो इंसानी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है लेकिन क्या आपने सोचा है कि रसोई में मौजूद शहद को गर्म करना वाकई हानिकारक हो सकता है.

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शहद को गर्म करना हानिकारक

अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्स्प्रेस' के अनुसार, आयुर्वेदिक हेल्थ कोच डिंपल जांगड़ा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर शहद के साथ खाना पकाने के प्रति आगाह किया. उन्होंने बताया, शहद को गर्म करने से मेलार्ड रिएक्शन के जरिए उसकी रासायनिक संरचना बदल जाती है जिससे *5-हाइड्रॉक्सीमेथिलफुरफुरल (HMF) नामक एक जहर पैदा होता है. 

शहचरक संहिता जैसे आयुर्वेदिक ग्रंथों में शहद को गर्म करने पर चेतावनी दी गई है और बताया गया है कि शहद को गर्म करना इससे अमा बनता है. अमा एक ऐसा ना पचने वाला पदार्थ है जो शरीर के अंदर जहर बन जाता है.

शहद को गर्म करने पर क्या होता है?
हाई टेम्पेचर जैसे 104°F (40°C) शहद के अंदर मौजूद डायस्टेस और ग्लूकोज ऑक्सिडेज जैसे नेचुरल एंजाइम को नष्ट कर देता है जो पाचन के लिए जरूरी होता है.

इसके अलावा शहद को गर्म करने से कई हीट सेंसिटिव विटामिन्स और फ्लेवोनॉइड्स भी नष्ट हो जाते हैं.

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शहद को गर्म करने या लंबे समय तक संग्रहीत करने से हाइड्रॉक्सीमेथिलफुरफुरल (एचएमएफ) बनता है जो शरीर के लिए हानिकारक होता है.

शहद को गर्म करने से इसकी एंटीऑक्सिडेंट्स भी कम हो जाते हैं जिससे एंटीऑक्सिडेंट्स की सेलुलर डैमेज से बचाने की इसकी क्षमता कम हो जाती है.

हालांकि शहद को गर्म करने से होने वाले नुकसान पर अभी काफी शोध की जरूरत है. शहद के पूरा फायदा हासिल करने के लिए इसे इसके नेचुरल यानी कच्चे रूप में ही सेवन करना ज्यादा अच्छा होता है.

शहद खाने का सुरक्षित तरीका क्या है?
आयुर्वेद और डॉक्टर दोनों ही शहद को इसके कच्चे (Raw) यानी प्राकृतिक रूप में खाने की सलाह देते हैं. लेकिन अगर आप इसे किसी ड्रिंक में मिलाना चाहते हैं तो आप ध्यान रखें कि चाय या पानी ज्यादा सिर्फ गुनगुना हो, न कि बहुत गर्म या उबलता हुआ. इसे पीने योग्य तापमान पर ठंडा होने दें और फिर उसमें शहद मिलाएं

सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है कि आप एक चम्मच शहद सीधे खा लें और उसके ऊपर गुनगुना पानी या हर्बल टी पी लें.

शहद को कभी भी उबलते पानी या गर्म चाय में न डालें. केवल हल्के गर्म या कमरे के तापमान वाले पेय पदार्थों में ही इसे मिलाना चाहिए.

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