सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की एक हैरतअंगेज तस्वीर खूब वायरल हो रही है. इस तस्वीर में रोहित किसी शख्स के साथ खड़े हैं. इस शख्स का एक हाथ रोहित के पेट पर है और एक बाएं कंधे पर. लेकिन तस्वीर में रोहित के दायें कंधे पर एक तीसरा हाथ नजर आ रहा है. इस तीसरे हाथ की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा की जा रही है और सब इसे देख कर हैरानी से पूछ रहे हैं कि ये तीसरा हाथ है किसका?
हमने इसकी पड़ताल की तो तीसरे हाथ की सच्चाई सामने आ गई. आप भी जानिए कि रोहित के कंधे पर ये तीसरा हाथ आखिर है किसका…
इस रहस्यमयी तस्वीर को शेयर करने वाले तमाम सोशल मीडिया यूजर्स में से कुछ ने लिखा था कि रोहित के साथ खड़े शख्स योगेश पटेल हैं. मीडिया रिपोर्ट्स से हमें पता चला कि योगेश पटेल रोहित के स्कूल टीचर हैं.
योगेश पटेल ने बताई ‘तीसरे हाथ’ की कहानी
‘आजतक’ ने योगेश पटेल से संपर्क किया. योगेश ने हमें एक तस्वीर भेजी जिससे सारी तस्वीर साफ हो गई. इस तस्वीर को आप नीचे देख सकते हैं.
इस तस्वीर को वायरल तस्वीर से मिलाने पर ये साफ हो गया कि ऑरिजिनल तस्वीर में एडिटिंग के जरिए योगेश और रोहित के साथ खड़े दो लोगों को हटा दिया गया है, लेकिन रोहित के कंधे पर वो हाथ रह गया और तस्वीर वायरल हो गई.
“बेटे ने किया एआई का इस्तेमाल”
योगेश ने हमें बताया कि तस्वीर को उनके बेटे ने एडिट किया था. योगेश ने कहा, “मुझे तो एआई समझ नहीं आता है, मेरे बेटे ने मेरे फोन में एआई टूल का इस्तेमाल करके बाकी लोगों को हटा दिया.” हमने देखा कि वायरल तस्वीर में नीचे एआई टूल ‘जेमिनाई’ का वाटरमार्क भी लगा हुआ है.
हमने देखा कि वायरल तस्वीर योगेश ने ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर 6 जुलाई को अपलोड की थी. दिलचस्प बात ये है कि इंस्टाग्राम पर अपलोड हुई तस्वीर में से हाथ भी हटा दिया गया था, मगर योगेश के फेसबुक अकाउंट पर रोहित के कंधे पर हाथ देखा जा सकता है.
रोहित के कंधे पर है किसका हाथ?
योगेश ने हमें बताया कि ऑरिजिनल तस्वीर में जिस शख्स ने रोहित शर्मा के कंधे पर हाथ रखा है उनका नाम श्रीकांत जायसवाल है. श्रीकांत पेशे से अधिवक्ता हैं और रोहित-योगेश के दोस्त हैं.
योगेश ने बताया कि ये तस्वीर 4 जुलाई 2024 को उस वक्त खींची गई थी जब भारतीय टीम मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में विक्ट्री परेड के दौरान पहुंची थी. 29 जून को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर भारतीय टीम विजेता बनी थी.
सत्यम तिवारी