फैक्ट चेक: मनोज तिवारी ने नहीं कबूली हार, अधूरा है वायरल हो रहा उनका ये वीडियो

उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार मनोज तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि मनोज तिवारी ने अपनी हार कबूल कर ली है. जब हमने वीडियो की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और निकली.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि चुनाव से पहले ही उत्तर पूर्व दिल्ली से बीजेपी के सांसद और प्रत्याशी मनोज तिवारी ने हार कबूल ली है.
सच्चाई
वीडियो अधूरा है. इसमें मनोज तिवारी 2024 नहीं बल्कि 2009 के लोकसभा चुनाव का एक किस्सा बता रहे थे जब उन्होंने गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ा था.

विकास भदौरिया

  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2024,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

दिल्ली की उत्तर पूर्वी सीट से कांग्रेस के कन्हैया कुमार और बीजेपी के प्रत्याशी व सांसद मनोज तिवारी के बीच मुकाबला है. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर तिवारी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसे शेयर कर लोग कह रहे हैं कि उन्होंने मतदान से पहले ही अपनी हार कुबूल कर ली है. 

वीडियो में तिवारी, पत्रकार अनिल शारदा से कह रहे हैं कि “मुझे अपनी हार का आभास तो हो गया. दुख ये होता है कि मैं बहुत दिनों से जीता-जीतता आया था, और अब ये हार आ गई है.”  वीडियो के दाहिनी ओर ऊपर की तरफ “जिस्ट” का वाटरमार्क लगा हुआ है. साथ में लिखा है, “मनोज तिवारी ने मान ली अपनी हार.”   

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इसे शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा , “नचनिया ने तो चुनाव से पहले ही हार मान ली, ऐसे कैसे होगा 400 पार?” इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. 

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो में मनोज तिवारी लोकसभा चुनाव 2024 की बात नहीं कर रहे थे. वो 2009 के लोकसभा चुनाव का एक किस्सा बता रहे थे जब उन्होंने गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ा था. 

कैसे पता लगाई सच्चाई?

कीवर्ड सर्च की मदद से हमें ‘जिस्ट’ के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो वाला पूरा इंटरव्यू  मिला. एक घंटे 10 मिनट वाले इस वीडियो में वायरल क्लिप वाला हिस्सा 34.04 मिनट पर देखा जा सकता है. 

इंटरव्यू में मनोज बताते हैं कि 2009 में अमर सिंह के कहने पर उन्होंने समाजवादी पार्टी जॉइन की थी. अमिताभ बच्चन के घर हुई इस मीटिंग में अनिल अंबानी भी मौजूद थे. यहां अमर सिंह ने मनोज के सामने समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था. मनोज कहते हैं कि इस प्रस्ताव को वो चाहकर भी ना नहीं कर पाए. 
 

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आगे मनोज तिवारी बताते हैं कि वो चुनाव लड़ने से इसलिए भी संकोच कर रहे थे क्योंकि वो अपने छात्र-जीवन के दिनों में एबीवीपी के सदस्य रहे थे. 

इसके बाद मनोज कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने से बचने और हार के डर से वो चुनाव के बीच ही मुंबई भाग गए थे. 

इसके बाद, मनोज वायरल क्लिप वाली बात कहते हैं कि "मुझे अपनी हार का आभास हो गया था. दुख ये होता है कि मैं बहुत दिनों से जीता-जीतता आया था, और अब ये हार आ गई है." बता दें कि इस चुनाव में मनोज तिवारी काफी बड़े अंतर से हार गए थे. 

साल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मनोज तिवारी बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद पार्टी ने उन्हें दो बार उत्तर पूर्व दिल्ली से टिकट दिया और लगातार दोनों बार उन्होंने जीत हासिल की. ये तीसरी बार होगा जब वो इसी सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. 

साफ है मनोज तिवारी के इंटरव्यू के वीडियो का एक हिस्सा काटकर उसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. 

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