भारत की राजनीति में गृह मंत्री अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे विश्वस्त साथी माना जाता है. हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली ऐतिहासिक जीत को भी इन्हीं दोनों नेताओं की जुगलबंदी का कमाल कहा जा रहा है. अब सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसे मोदी और अमित शाह की करीब 30 साल पुरानी तस्वीर बताया जा रहा है. इस तस्वीर में पीएम मोदी किसी स्टैचू के सामने एक दाढ़ी वाले शख्स के साथ खड़े हैं जिसके नीचे अमित शाह लिखा है. तस्वीर पर साल लिखा है 1993.
इस तस्वीर को फिल्म निर्माता-निर्देशक रामगोपाल वर्मा भी ट्वीट कर चुके हैं. ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल तस्वीर 1993 में जर्मनी में खींची गई थी. इसमें पीएम मोदी के साथ दिख रहे शख्स अमित शाह नहीं बल्कि डॉ संजीव ओझा हैं जो उस वक्त यूरोप में आरएसएस के प्रचारक थे.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने लंबे वक्त तक गुजरात में बीजेपी के लिए काम किया है. इन दोनों की कई पुरानी तस्वीरें इंटरनेट पर मौजूद हैं.
पहली नजर में देखने पर वायरल तस्वीर में दिख रहे शख्स अमित शाह जैसे जरूर दिख सकते है लेकिन गौर से देखने पर दोनों के बीच अंतर साफ पता लगता है.
वायरल तस्वीर को रिवर्च सर्च करने पर हमें मई, 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स में साल 1993 में खींची गई जर्मनी की तस्वीर दिखीं. दरअसल इस साल मई में पीएम मोदी जर्मनी के दौरे पर गए थे. इसी दौरान उनकी ये पुरानी तस्वीर वायरल हो गई थी.
खोजने पर हमें पता चला इस तस्वीर को समाचार एजेंसी ‘ANI’ के पत्रकार नवीन कपूर ने 2 मई, 2022 को ट्वीट किया था. इसी ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा कि इस तस्वीर में मोदी के साथ दिख रहे शख्स डॉ संजीव भाई ओझा हैं.
खोजने पर पता चला कि संजीव ओझा आरएसएस के साथ जुड़े हुए हैं और गुजरात के राजकोट में रहते हैं. जब हमने डॉ संजीव ओझा से संपर्क किया तो उन्होंने तस्दीक की कि इस तस्वीर में मोदी के साथ दिख रहे शख्स वो ही हैं.
उन्होंने बताया कि वो साल 1992 से 2000 तक यूरोप में आरएसएस के प्रचारक थे और 1992 से 1994 के बीच जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में मौजूद थे.
उन्होंने कहा, 'स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म संसद में दिए ऐतिहासिक भाषण को साल 1993 में 100 साल पूरे हुए थे. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम मे हिस्सा लेने के लिए नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे. वहां से वापसी के दौरान वो आठ दिन जर्मनी में उनके साथ रुके थे. ये तस्वीर उसी वक्त खींची गई थी.'
डॉ संजीव ओझा गुजरात आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रह चुके हैं और इस वक्त गुजरात के छह जिलों में आरएसएस के इंचार्ज हैं.
सुमित कुमार दुबे