सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो शेयर करते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि मेरठ के नीला ड्रम हत्याकांड के बाद एक और पति की वीभत्स तरीके से हत्या कर दी गई है. दावे के मुताबिक, ये वीडियो एक ऐसी घटना का है जिसमें एक आदमी को उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साजिशन खंबे में चुनवा दिया.
वीडियो में एक सीमेंट के खंबे के बीचोंबीच किसी इनसान का धड़ नजर आ रहा है. इस इनसान के चेहरे पर कपड़ा बंधा है. आसपास पुलिसवाले खड़े हैं और खंबे को जेसीबी से खिसकाया जा रहा है.
इसी साल मार्च में मेरठ की मुस्कान नामक महिला पर प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ की हत्या कर उसकी लाश को नीले ड्रम में सीमेंट से जमा देने का आरोप लगा था.
एक एक्स यूजर ने वायरल वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "नीला ड्रम का खौंफ अभी कम नहीं हुआ था कि मार्केट में नया पिलर कांड आ गया!!"
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो के साथ पति को खंबे में चुनवा देने वाली जो कहानी बताई जा रही है, वो एकदम बेबुनियाद है. दरअसल ये हरियाणा के हिसार का वीडियो है जहां के आर्यनगर गांव में एक चौराहे पर लगी कुम्भा राम नामक शख्स की प्रतिमा को विवाद के चलते वहां के स्थानीय निवासियों ने हटवा दिया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा है कि ये वीडियो हिसार का है जहां एक बुजुर्ग को स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए उनके परिवार ने उनकी प्रतिमा को स्थापित करवा दिया था, लेकिन बाद में गांव के लोगों ने ऐतराज करके उसे हटवा दिया.
इस जानकारी की मदद से सर्च करने पर हमें 'City Big News' नामक यूट्यूब चैनल पर 10 सितंबर को अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य हैं.
इस रिपोर्ट में साफ दिखाई दे रहा है कि खंबे के बीचोंबीच किसी जीवित इनसान का धड़ नहीं लगा है, बल्कि वह किसी इनसान की मूर्ति है. इसमें एक जगह मूर्ति की शर्ट पर 'कुम्भा राम' लिखा हुआ दिखता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना हिसार के आर्य नगर गांव की है. इसमें रिपोर्टर बताते हैं कि 15 अगस्त को हिसार के आर्यनगर गांव में स्वतंत्रता सेनानी कुम्भा राम की प्रतिमा का अनावरण हुआ था. लेकिन तकरीबन एक महीने बाद पीडब्लूडी डिपार्टमेंट के लोग वहां पहुंचे और प्रतिमा को अवैध बताकर हटवा दिया गया.
रिपोर्ट में कुंभा राम के पोते भजनलाल कहते हैं कि उन्होंने मूर्ति को लगवाने के लिए सभी जरूरी सरकारी प्रक्रियाओं का पालन किया था लेकिन उन्हें एनओसी नहीं मिली. हालांकि उन्हें ये आश्वासन दिया गया था कि एनओसी जल्द ही मिल जाएगी. लेकिन बिना कोई नोटिस दिए मूर्ति हटवा दी गई.
वहीं, रिपोर्ट में कुछ लोग ये भी कहते दिखते हैं कि ये मूर्ति बिना सरकारी अनुमति के लगाई गई थी और इसकी वजह से गाड़ियां नहीं निकल पा रही थीं, तभी इसे हटवाया गया.
अमर उजाला की 11 सितंबर की रिपोर्ट के अनुसार, हिसार के गांव आर्यनगर में हिसार-बालसमंद मार्ग के पातन मोड़ पर कुंभाराम की मूर्ति को जिला प्रशासन ने हटवा दिया. कुंभाराम के परिवार के सदस्य उन्हें आजाद हिंद फौज का सिपाही बता रहे थे. वहीं ग्रामीणों ने इस दावे को गलत बताया था. ग्रामीणों के विरोध पर बिजली निगम के ड्यूटी मजिस्ट्रेट संजय सांगवान ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर प्रतिमा को हटवा दिया था.
खबर के मुताबिक ग्रामीण भजनलाल ने कुंभाराम को भूतपूर्व सैनिक बताते हुए दावा किया था कि उन्हें तीन देशों के स्टार मिले हुए थे. उन्होंने ये भी कहा कि हमने ग्राम पंचायत, जिला पार्षद और पंचों की सहमति से प्रस्ताव पास करवाकर दस हजार रुपये की फीस भरकर इस प्रतिमा को लगवाया था.
हमें गूगल मैप्स पर वायरल वीडियो वाली जगह भी मिल गई. इसमें वायरल वीडियो वाली 'सैनी स्वीट्स शॉप' दिख रही है.
इस जगह का स्ट्रीटव्यू नीचे देखा जा सकता है.
साफ है, हरियाणा के हिसार में एक मूर्ति को लेकर हुए विवाद की घटना को एक आदमी की उसकी पत्नी द्वारा हत्या की घटना बताकर पेश किया जा रहा है.
ज्योति द्विवेदी