सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को आदेश दिया था कि दिल्ली-एनसीआर में आठ हफ्तों के अंदर आवारा कुत्तों को पकड़ कर डॉग शेल्टर में रखा जाए. हालांकि 22 अगस्त को अपने पुराने आदेश में संशोधन करते हुए कोर्ट ने कहा कि जिन कुत्तों को पकड़ा गया है, उन्हें नसबंदी और टीकाकरण के बाद छोड़ दिया जाना चाहिए.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें एक शख्स को मीट की दुकान के अंदर छुपाए गए कुत्ते का रेस्क्यू करते हुए देखा जा सकता है. इस घटना को दिल्ली-एनसीआर का बताया जा रहा है.
वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “भारत बीफ एक्सपोर्ट करने के मामले में दुनिया में दूसरा स्थान पर है रेखा गुप्ता की दिल्ली सरकार के बदौलत कुत्तों का मीट निर्यात करने में भी पहले स्थान पर पहुंचने ही वाला था लेकिन पशु प्रेमियों ने बचा लिया जानकारी के लिए बता दूं कि बंध्याकरण के कर्मचारियों ने खूब कुत्ता मीट का लुत्फ उठाया है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि कंबोडिया का है. ये वीडियो 2018 से इंटरनेट पर मौजूद है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो Michael Chour नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर 15 मई, 2025 की एक पोस्ट में मिला. पोस्ट के कमेंट सेक्शन में इस घटना के बारे में सवाल पूछे जाने पर Michael Chour ने इसे कंबोडिया देश का बताया. वो खुद को डाॅग लवर बताते हैं और उनके सोशल मीडिया अकांउट्स पर कई और डाॅग रेस्क्यू वीडियोज को देखा जा सकता है.
कीवर्ड सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट सितंबर 2018 में ‘कंबोडिया एक्सपैट्स ऑनलाइन’ नाम की एक वेबसाइट में छपी एक रिपोर्ट में मिले. रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में दिख रहा व्यक्ति विदेशी है जिसने कंबोडिया की डाॅग मीट शाॅप से एक कुत्ते को बचाया था. फोटो में दिख रहे व्यक्ति ने कुत्ते के मारे जाने से पहले ही दुकान से उसे खरीद कर लिया जिससे उसकी जान बच गई.
हमें ये वीडियो 2019 की कई फेसबुक पोस्ट्स समेत अगस्त 2021 को Michael Chour के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला. यहां इसे कंबोडिया का बताते हुए वीडियो में दिख रहे कुत्ते को अमेरिका में अडॉप्ट किए जाने की बात कही गई है. उनके यूट्यूब बायो में लिखा है कि वो थाईलैंड में स्ट्रे डॉग्स, और कंबोडिया में प्रचलित कुत्ते के मांस के व्यापार से कुत्तों को बचाने के लिए समर्पित हैं.
यानी ये वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है और न ही इसका भारत से कोई लेना-देना है. साफ है, कंबोडिया में डाॅग मीट शाॅप से रेस्क्यू किए गए एक कुत्ते के वीडियो को दिल्ली का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
रिपोर्ट - आशीष कुमार
फैक्ट चेक ब्यूरो