जयस कुमार किसी परिचय का मोहताज नहीं है. उसकी उम्र भले ही पांच साल है लेकिन आज वो इंटरनेट पर किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं है. यूट्यूब पर उसके गानों की लोकप्रियता और फैन फॉलोइंग देखकर अच्छे-अच्छे स्टार भी शर्मा जाए. जायस के नाम पर यूट्यूब पर एक चैनल है. के 4 लाख 30 हजार से ज्यादा लोग सब्सक्राइब करते हैं. उसके एक-एक गाने के व्यूज लाखों करोड़ों में हैं. हाल ही में सारेगामापा का फाइनल एपिसोड दिखाया गया. फाइनल तक पहुंचने वालों में दिल्ली का जयस भी शामिल था. हालांकि सीजन जीतने में वह कामयाब नहीं हुआ पर उसने ओगों के दिलों को जीत लिया. हर किसी ने उम्र के हिसाब से उसकी गायकी को पसंद किया. बहुत कम लोगों को मालूम है कि जयस आम लोगों से बिलकुल अलग है. दरअसल, उसका दिल बाएं की बजाय दाएं तरफ धड़कता है. उसे मिरेकल भी कहा जा रहा है. सारेगामापा के जजेज ने तो उसे छोटे भगवान की उपाधि तक दे दी है. एक शो के दौरान संगीतकार हिमेश रेशमिया ने इस बात की जानकारी दी थी.
पांच साल का ये बच्चा जब शो के लिए ऑडिशन देने आया था, तो उसने फिल्म ऐ दिल है मुश्किल का गाना 'चन्ना मेरेया' गाया था. सुर बेशक बहुत सधे नहीं थे, लेकिन जिस अंदाज में उसने गाना गाया था, जजेस को बहुत पसंद आया. यही नहीं इसके बाद तो चन्ना मेरेया जैसे जयस का सिग्नेचर सॉन्ग हो गया. एक बच्चे को इस तरह गाते देख हिमेश रेशमिया ने तो उसी वक्त जयस के पैर तक छू लिए थे.
जयस को गाने का शौक अपने पापा की वजह से हुआ. जयस के पापा बेशक पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, लेकिन वे हमेशा जयस को नये-पुराने गाने याद करवाते रहते थे. यही शौक उन्हें सा रे गा मा पा लेकर आया.
कुछ एपिसोड्स के बाद ये तय किया गया कि जयस की उम्र बहुत छोटी है, इसलिए उसे कंपिटिशन में नहीं रखा जाएगा. मगर उनकी इंटरटेनिंग और दिल जीतने वाली परफॉर्मेंस की बदौलत वह स्पेशल एक्ट के तौर पर हर एपिसोड में परफॉर्म करते रहे. जजेस, ज्यूरी से लेकर स्पेशल गेस्ट्स तक सभी के लिए जयस से मिलना जैसे एक मैजिकल बच्चे से मिलने जैसा हो गया.
हिमेश तो जयस की परफॉर्मेंस और टैलेंट से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने एक स्पेशल सॉन्ग के लिए जयस को साइन भी कर लिया है. पांच साल की छोटी सी उम्र में जयस को गणेश वंदना से लेकर हनुमान चालीसा तक मुंहजबानी याद है. जयस की मम्मी का कहना है कि उसकी मेमोरी बहुत शार्प है. वह लंबे लंबे गाने भी एक-दो बार सुनकर ही याद कर लेता है.
उनके बारे में एक आदत ये भी बताई जाती है कि वो जब भी अपने दोस्तों या किसी के घर जाते हैं, तो उनके घर में बना मंदिर जरूर देखते हैं. फिर वो मंदिर में रखी किताबें उठा लेते हैं. उन्हें भक्ति गीत पढ़ने का बहुत शौक है. बाद में उनकी मम्मी वो किताबें लौटाकर आती हैं.
शो की जज नेहा कक्कड़ और जयस के बीच काफी लगाव है. यहां तक कि शो के ग्रैंड फिनाले से पहले नेहा ये सोचकर बहुत रोई थीं कि इसके बाद जयस से उनका मिलना नहीं होगा.
शो में में आने वाले सेलेब्स के साथ भी जयस ने इंटरटेन करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. जब सनी पाजी शो में आए, तो उसने उनका डायलॉग ढाई किलो का हाथ भी बोलकर सुनाया था. उन्होंने सिर्फ गाना ही नहीं गाया, बल्कि कई बार अमिताभ बच्चन से लेकर शाहरुख खान तक कई बड़े स्टार्स की मिमिक्री तक की है.
इस शो के दौरान जयस के अद्भुत सिंगिंग टैलेंट को देखते हुए उन्हें छोटे भगवान का नाम भी दिया गया. अब पूरा देश उन्हें छोटे भगवान के नाम से ही जानता है. वैसे जयस के घर का नाम शानू है.वैसे जयस कुमार नोएडा के एमिटी ग्लोबल स्कूल के पहली क्लास के छात्र हैं.
वैसे इस बार सारेगामापा नाम के दो कंटेस्टेंट शामिल हैं. महाराष्ट्र की अंजलि गायकवाड़ और बंगाल के श्रेया भट्टाचार्या. श्रेयन शो की शुरुआत से ही इसका हिस्सा थे, जबकि अंजलि चैलेंजर कंटेस्टेंट के तौर पर शो में आई थीं. मगर कम समय में उन्होंने अपने सधे हुए सुरों से दर्शकों का दिल जीत लिया.