पाकिस्तान के 12 साल के एक बच्चे, अहमद शाह को सोशल मीडिया की जनता ने रातोरात सेलेब्रिटी बना दिया था. हाल ही में वहां से एक 6 साल के बच्चे, मोहम्मद शिराज के वीडियोज बहुत तेजी से वायरल हुए. इतनी कम उम्र में सोशल मीडिया पर पॉपुलैरिटी एन्जॉय कर रहे इन बच्चों को लेकर अब पाकिस्तान में एक नया पंगा छिड़ गया है. और इसकी वजह है इन्हें रमजान से जुड़े प्रोग्राम में बुलाया जाना.
हाल ही में मोहम्मद शिराज, पाकिस्तान के मशहूर एंकर वसीम बादामी के शो 'शान-ए-रमजान' पर नजर आए. उनके इस अपीयरेंस पर एक्ट्रेस मिशी खान ने एक कड़ा स्टैंड लेते हुए, शो के मेकर्स और पाकिस्तान एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
मिशी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए इस बात पर दुख जताया कि एक ऐसा बच्चा जो पाकिस्तान ही नहीं दूसरे देशों में भी पॉपुलर है, उसे रमजान के प्रोग्राम का हिस्सा बना दिया गया है. इंस्टाग्राम पर 1 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स और यूट्यूब पर सिल्वर बटन पा चुके शिराज के बारे में मिशी ने कहा, 'वो इतना क्यूट है और इतनी ऑर्गनिक, प्यारी, मासूम बातें करता है. दुख इस बात का है कि वो अब रमजान ट्रांसमिशन का हिस्सा बन गए हैं.'
छीन ली अहमद शाह की मासूमियत
उन्होंने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से सवाल करते हुए 'पीछे तो देखो' मीम का चेहरा बन चुके, अहमद शाह का भी नाम लिया. मिशी ने कहा, 'आप लोगों को कोई और नहीं मिलता? पहले आपने अहमद शाह की अपने मासूमियत छीन ली, उसको एक शहरी एडल्ट बना दिया. छोटे बच्चों का बचपन आप लोग छीन लेते हैं. क्या जरूरत थी? वो पहले ही अपनी मेहनत से इतना मशहूर हो गया था.' अहमद शाह को 2021 में एक टीवी शो 'जीतो पाकिस्तान' पर बुलाया गया था, जिसपर जनता ने ऐतराज जताया था.
मिशी ने आगे कहा कि शूट के टाइमिंग अजीब होंगे और 6 साल के बच्चे को महीने भर इस प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए सहरी के वक्त भी जागना पड़ रहा होगा. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, 'आप किसी को तो छोड़ें, किसी को तो ऑर्गनिक और मासूम रहने दें, शहरों में लाकर वही तमाशे शुरू हो जाते हैं जो यहां पर होते हैं.'
शिराज के पिता पर भी उठा सवाल
मिशी ने शिराज के पिता से 'मुझे उसके पिता से भी पूछना है कि वो पहले ही इतनी पहचान बना चुका है, क्या जरूरत थी आपको इस बात से सहमत होने की? इतन शौक था आपको कि वो महीना भर यहां आकर रहे, न नींद होगी न कुछ होगा. शहर की बातें सुनकर उसकी सारी मासूमियत मर जाएगी. आपलोग किस तरह के लोग हैं? कोई न कोई आप लोगों को मिल जाना चाहिए, जो अपनी मेहनत से बना हुआ है ताकि आप लोगों के चार-चांद लग जाएं, शर्म आनी चाहिए आप सबको!'
मिशी के वीडियो के बाद पाकिस्तानी लोग भी इस बात को लेकर नाराज हो रहे हैं. हालांकि, 'शान ए रमजान' के होस्ट वसीम बादामी ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने इसके लिए शिराज के पेरेंट्स से इजाजत ली थी. मगर सवाल उए उठ रहा है कि क्या पेरेंट्स को बच्चों की मेंटल हेल्थ पर पड़ने वाले असर के बारे में अच्छे से समझाया जाता है? क्या पेरेंट्स इस तरह के फैसले सिर्फ इस आधार पर ले रहे हैं कि मीडिया में उनके बच्चे के लिए ये एक्सपोजर आगे के लिए फायदेमंद होगा?
शिराज अपने यूट्यूब चैनल पर अपने गांव की रूटीन लाइफ से जुड़े वीडियो डालते हैं. मगर क्या एक 6 साल के बच्चे को ये समझ है कि लाइमलाइट में आने के बाद, मोनेटरी फायदों के लिए उसकी पॉपुलैरिटी को कैसे अलग-अलग तरीके से भुनाया जाएगा? और सबसे बड़ी बात क्या ये एक 'नॉर्मल' बचपन है?
कुछ दिन पहले इमरान अशरफ के शो 'मजाक रात' का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो एक छोटी बच्ची को गले लगाने से पहले, उसकी मां से इजाजत मांग रहे थे. बच्ची की मां से कंसेंट मांगना तो एक अच्छी बात है. लेकिन ये सोचने वाली बात है कि क्या टीवी पर स्पॉटलाइट में आने के फायदे को देखते हुए, पेरेंट्स कभी सेलेब्रिटी शोज पर उन्हें बुलाए जाने से इनकार करेंगे?
आज के दौर में जब इंटरनेट आदमी के हर डेटा का डंपिंग ग्राउंड बनता जा रहा है और अपने इतिहास से दूर भागना मुश्किल होता जा रहा है. तब इतने छोटे बच्चों को इस तरह एंटरटेनमेंट मार्किट का हिस्सा बना देना, उनके भविष्य को बुरी तरह तबाह कर सकता है. आखिरकार, हम सभी ने ऐसे तमाम मामले देखे हैं जब चाइल्ड सेलेब्रिटीज बड़े होकर दुनिया की भीड़ में खो जाते हैं और ये उनकी जिंदगी में परेशानियों की वजह बनता है.
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