इंडियन सिनेमा के लिए 2025 सबसे बड़ा साल बन चुका है. इस साल इंडियन बॉक्स ऑफिस पर फिल्मों का ग्रॉस कलेक्शन पहली बार 13,000 करोड़ का आंकड़ा पार करने की तरफ बढ़ रहा है. 2025 में इंडियन बॉक्स ऑफिस की ग्रोथ सिर्फ बड़ी फिल्मों के भरोसे ही नहीं रही, बल्कि कई सरप्राइज़ ट्रेंड्स ने इंडियन थिएटर्स को जमकर भीड़ जुटाने में मदद की. इन्हीं ट्रेंड्स में से एक है— एनिमेशन.
ग्लोबल से लोकल होता एनिमेशन
पिछले एक दशक में ग्लोबल एनिमेशन इंडस्ट्री ने चार गुना से ज्यादा ग्रोथ देखी है. SNL Kagan की एक रिपोर्ट के अनुसार, नॉन-एनिमेटेड फिल्मों के मुकाबले एनिमेटेड फिल्मों में प्रॉफिट मार्जिन 30% ज्यादा होता है. एनिमेटेड फिल्मों में लंबे समय तक चलने वाली फ्रेंचाइज़ी या IP बनने का चांस भी ज्यादा होता है. ये सारी चीज़ें मिलकर ही वो माहौल बना रही हैं कि पिछले कुछ सालों से बड़े पर्दे पर दमदार एनिमेटेड फिल्मों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है.
इतिहास में पहली बार एक चाइनीज़ एनिमे (एनिमेशन का एक टाइप) फिल्म ‘Ne Zha 2’ वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर टॉप 5 फिल्मों में शामिल हुई है. एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का ये बदलता ट्रेंड पिछले कई सालों से भारत में, फैनडम की सतह के नीचे सांस ले रहा था. OTT प्लेटफॉर्म्स पर अवेलेबल एनिमे कंटेंट का भारत में तगड़ा यूज़रबेस बन चुका है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे शहरों में एनिमे के फैन क्लब्स हैं. गैरकानूनी डाउनलोड्स के ज़रिए एनिमे कंटेंट भारत में खूब खपाया जाता है. लेकिन भारत के फिल्ममेकर्स में एनिमेशन को लेकर एक सुस्ती रही.
किसी ने इसे इंडियन दर्शकों के लिए ‘सूटेबल’ नहीं माना, तो किसी को लगा कि ‘एनिमेशन बच्चों में ही पॉपुलर’ है. इंडियन फिल्म डिस्ट्रिब्यूटर्स ने कभी एनिमेशन फिल्मों को भारत में बड़ी रिलीज़ देने का मूड नहीं बनाया. मगर 2025 में ये सब बदल गया. एक जापानी एनिमे फिल्म ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर तमाम देसी फिल्मों से बेहतर बिज़नेस किया. और एक इंडियन एनिमेशन फिल्म ने रजनीकांत और मोहनलाल जैसे सुपरस्टार्स के बराबर कलेक्शन इंडियन बॉक्स ऑफिस को दिया.
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हॉलीवुड ही नहीं, चीन–जापान की एनिमेशन फिल्में भी चलीं
इस साल अप्रैल में ही ‘A Minecraft Movie’ बहुत लिमिटेड शोज़ और स्क्रीन काउंट के साथ इंडिया में रिलीज़ हुई. अपनी बेहद चुनिंदा ऑडियंस के बावजूद इसने 17 करोड़ से ज्यादा नेट कलेक्शन किया. वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाने वाली चाइनीज़ एनिमे फिल्म ‘Ne Zha 2’ को भी इंडिया में दर्शक मिले. पहले दिन 50 लाख कमाने वाली इस फिल्म को कामयाब मानने की दो वजहें हैं— ये एक नॉन-हॉलीवुड एनिमेशन फिल्म है, जिसका इंडिया में कोई बेस नहीं है. ये 50 लाख कलेक्शन बहुत लिमिटेड शोज़ से आया है.
‘Zootopia 2’ को पहले वीकेंड के तीन दिनों में 800 से 1000 शोज़ ही मिले थे. फिर भी इसने इंडिया में 7 करोड़ से ज्यादा नेट वीकेंड कलेक्शन किया. ये कितनी बड़ी कामयाबी है इसे यूं समझिए— पहले ही दिन से कम से कम 3000 स्क्रीन्स पर चलने वाली बॉलीवुड फिल्म ‘मस्ती 4’ ने पहले वीकेंड में 7 करोड़ का नेट कलेक्शन किया था.
‘Zootopia 2’ ने इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 25 करोड़ से ज्यादा लाइफटाइम ग्रॉस कलेक्शन किया. ‘How to Train Your Dragon’ का फाइनल ग्रॉस कलेक्शन 30 करोड़ से ज्यादा रहा. मगर सबसे बड़ा धमाका जापानी एनिमे फिल्म ‘Dragon Slayer: Infinity Castle’ के नाम रहा. इस फिल्म का इंडिया ग्रॉस कलेक्शन 90 करोड़ से ज्यादा रहा. बहुत सारी चर्चित स्टार्स वाली बड़ी बॉलीवुड फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर इस तरह का कलेक्शन नसीब नहीं हुआ.
इंडिया के एनिमेशन लवर्स को लुभाने की कोशिशें फिल्में भी खूब कर रही हैं. हमारे पॉप-कल्चर में घुस चुके जापानी मांगा किरदार शिन-चैन पर एक फिल्म आई— 'Shin Chan: The Spicy Kasukabe Dancers in India'. इस फिल्म का प्लॉट ही इंडिया में सेट था. बहुत लिमिटेड कैपेसिटी में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने भी इंडिया में 5 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन किया. करीब इतना ही कलेक्शन जापानी एनिमे फिल्म 'Chainsaw Man The Movie: Reze Arc' ने भी कर डाला. जबकि इसकी पॉपुलैरिटी भी बहुत ज़्यादा नहीं है.
इंडियन एनिमेशन फिल्म का धमाका
एनिमेशन फिल्मों के दर्शक इंडिया में धीरे-धीरे बने हैं. मगर इंडियन एनिमेशन फिल्में इन देसी दर्शकों को भी थिएटर्स में नहीं खींच पा रही थीं. 25 करोड़ के बजट में बनी एनिमेशन फिल्म ‘महाभारत’ (2013) बुरी तरह फ्लॉप हो चुकी थी. मगर इस साल ‘महावतार नरसिम्हा’ ने वो धमाका किया कि देसी एनिमेशन फैन्स क्रेज़ी हो गए. फर्क— पहले इंडियन फिल्ममेकर्स एनिमेशन को ‘बच्चों की फिल्मों’ की तरह ट्रीट कर रहे थे. ‘महावतार नरसिम्हा’ ने बड़ों के एनिमेशन प्रेम को समझा.
नतीजा— ‘महावतार नरसिम्हा’ ने इंडिया में लगभग 300 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन किया. सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म ‘कुली’ ने इस साल इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ से थोड़ा ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन किया है. इंडियन एनिमेशन फिल्म कभी रजनीकांत की फिल्म के बराबर कमाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था.
सैकनिल्क के अनुसार, ‘महावतार नरसिम्हा’ ने सिर्फ हिंदी वर्ज़न से ही 187 करोड़ नेट कलेक्शन कर डाला. 187 करोड़— वो आंकड़ा, जो इस साल ऋतिक रोशन, अक्षय कुमार, अजय देवगन और आमिर खान जैसे सुपरस्टार्स की फिल्मों ने नहीं छुआ है. ‘महावतार नरसिम्हा’ तो बस शुरुआत है.
इस साल एस.एस. राजामौली ने ‘बाहुबली’ का एक दशक होने पर एक एनिमेशन प्रोजेक्ट अनाउंस किया— 'बाहुबली: द एटर्नल वॉर'. दो पार्ट्स में आने वाली इस एनिमेशन फिल्म का सिर्फ टीज़र देखकर ही लोग दंग रह गए. देसी एनिमेशन लवर्स तो छोड़िए, जिन्होंने एनिमेशन पर अब तक ध्यान नहीं दिया, वो भी 'बाहुबली: द एटर्नल वॉर' का टिकट खरीदने के लिए तैयार बैठे हैं.
अब सवाल घरेलू फिल्म इंडस्ट्रीज़ से है— क्या वो ऐसी तगड़ी एनिमेशन फिल्में और बना सकते हैं? क्या उनमें एनिमेशन को आज़माने की इच्छा है? या वो अभी भी इसे ‘बच्चों का जॉनर’ ही मान रहे हैं? क्योंकि दर्शक तो एनिमेशन के लिए बटुआ खोलकर तैयार बैठे हैं. और चीन से जापान तक की एनिमेशन फिल्में इस दर्शक की जेब में हाथ डालने के लिए रेडी हैं.
सुबोध मिश्रा