मनोज बाजपेयी की फिल्म 'जोरम' पिछले साल दिसंबर में रिलीज हुई थी. थिएटर्स में रिलीज होने से पहले इस फिल्म की, बीते साल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में स्क्रीनिंग हुईं. इंटरनेशनल मीडिया से लेकर यहां भारत तक में फिल्म को शानदार रिव्यू मिले और मनोज के साथ-साथ डायरेक्टर देवाशीष मखीजा के काम की भी जमकर तारीफ हुई. मगर ये फिल्म थिएटर्स में कमाई करने में नाकाम साबित हुई.
अब देवाशीष मखीजा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. डायरेक्टर ने बताया कि वो दो दशक से फिल्में बना रहे हैं मगर उन्हें उनके किसी भी प्रोजेक्ट से प्रॉफिट नहीं हुआ. और अब हाल ये है कि वो बिल्कुल कंगाल हो चुके हैं. मखीजा ने बताया कि उनके पास अपना रेंट भरने तक के पैसे नहीं हैं और वो अब मकान मालिक की दया पर हैं.
'40 साल का हूं, एक साइकिल नहीं खरीद सकता'
प्रणव चोखानी के साथ एक इंटरव्यू में देवाशीष मखीजा ने बताया कि मनोज बाजपेयी स्टारर 'जोरम' के फेलियर के बोझ ने उन्हें कंगाल कर दिया है. उन्होंने कहा, 'मैं 40 साल से ज्यादा का हो गया हूं और मैं एक साइकिल खरीदना भी अफोर्ड नहीं कर सकता.'
मखीजा ने आगे कहा, 'मैंने अपनी फिल्मों से कोई पैसा नहीं कमाया. मैं रेंट पे कर पाने में स्ट्रगल करता हूं. 'जोरम' ने कोई कमाई नहीं दी, मैं कंगाल हो चुका हूं. मैंने पिछले 5 महीने से रेंट नहीं दिया है. मैं अभी मकान मालिक के हाथ-पैर जोड़ रहा हूं कि यार मुझे घर से मत निकालो. अगर आप अपनी आर्ट को प्राथमिकता देते हैं तो ये कीमत चुकानी पड़ती है.'
पहली फिल्म से ही स्ट्रगल कर रहे हैं देवाशीष
देवाशीष के लिए ये फाइनेंशियल स्ट्रगल कोई नई बात नहीं है. इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनकी डेब्यू फिल्म 'अज्जी' मात्र एक करोड़ रुपये के छोटे से बजट में बनी थी और 15 लाख ही कमा पाई थी. 'जोरम' को दुनिया भर के फिल्म फेस्टिवल्स में जमकर तारीफ मिली थी, लेकिन थिएटर्स में इसने कोई खास बिजनेस नहीं किया था. बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर जगह न मिलने से भी फिल्म को नुकसान हुआ और ये अपना बजट भी नहीं रिकवर कर पाई.
देवाशीष ने इससे पहले मनोज बाजपेयी की फिल्म 'भोंसले' भी डायरेक्ट की थी. इस फिल्म को भी क्रिटिक्स ने खूब सराहा था मगर थिएटर्स में ये खास बिजनेस नहीं कर पाई थी. ओटीटी पर आने के बाद जनता ने भी 'भोंसले' की खूब तारीफ की थी.
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