‘धुरंधर’ की धुआंधार रफ्तार के साथ 2025 कामयाबी की नई ऊंचाई पर खत्म होने वाला है. वो साल, जिसे शुरुआत में ही ‘छावा’ जैसी ब्लॉकबस्टर मिल गई थी. पर इन दोनों किनारों के बीच का सफर इंडियन सिनेमा के लिए एक शानदार सबक बनकर आया.
ऐसा साल, जिसने तीनों खान्स–ऋतिक–रणबीर की फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर आग उगलते नहीं देखा. ऐसा साल, जिसने जनता को क्रेज़ी कर देने वाले प्रभास–यश–विजय की फिल्में नहीं देखीं. क्या ऐसा साल इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा साल बन सकता है? जी हां, ये हो चुका है. और इसलिए हुआ है क्योंकि इंडियन बॉक्स ऑफिस को इस साल नए स्टार्स मिले हैं. यही वो कहानी है, जिसके लिए फिल्म लवर्स 2025 को याद रखेंगे.
2025: इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा साल
लॉकडाउन वाले दौर की मनहूसियत थिएटर्स से 2023 में उतरी थी. ऑरमैक्स मीडिया की बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट (2024) कहती है कि 12,226 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन के साथ, 2023 इंडियन बॉक्स ऑफिस का सबसे बड़ा साल था. 11,833 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन के साथ 2024 दूसरे नंबर पर रहा.
ऑरमैक्स की नवंबर 2025 रिपोर्ट बताती है कि जनवरी से नवंबर तक इंडियन बॉक्स ऑफिस 11,657 करोड़ ग्रॉस कलेक्शन कर चुका है. बॉक्स ऑफिस के लिए नवंबर साल के सबसे ठंडे महीनों में से एक रहा. मगर दिसंबर में रणवीर सिंह बॉक्स ऑफिस के ‘धुरंधर’ बनकर आए. अकेले इस एक फिल्म ने ही दिसंबर में इंडियन बॉक्स ऑफिस पर 580 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन कर डाला है.
नवंबर तक के कलेक्शन में सिर्फ ‘धुरंधर’ को जोड़ने भर से 2025 में इंडियन बॉक्स ऑफिस का ग्रॉस कलेक्शन 12,237 करोड़ हो गया है. अब 2023 को पीछे छोड़कर 2025 इंडियन बॉक्स ऑफिस के लिए सबसे बड़ा साल बन चुका है. पूरा चांस है कि साल की फाइनल रिपोर्ट्स में पहली बार इंडियन बॉक्स ऑफिस का ग्रॉस कलेक्शन 13,000 करोड़ का आंकड़ा पार करता दिखे. मगर इस लैंडमार्क से भी दिलचस्प कहानी है कि इस साल इंडियन सिनेमा ने ये कमाल किया कैसे है.
इंडियन सिनेमा को मिले नए धुरंधर
2025 में बॉक्स ऑफिस का मीटर खींचने वाले 4 बड़े सुपरस्टार— शाहरुख खान, प्रभास, यश और विजय की फिल्में थिएटर्स में नहीं पहुंचीं. सलमान खान की ‘सिकंदर’ ने ऐसा निराश किया, जिसकी कतई उम्मीद नहीं थी. आमिर खान ने ‘सितारे ज़मीन पर’ से कमबैक ज़रूर किया. लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस नहीं, दिल जीतने वाली थी. ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की साझा स्टार पावर वाली ‘वॉर 2’ से उम्मीदें बहुत तगड़ी थीं. उतनी ही तगड़ी निराशा इस फिल्म से मिली.
टॉप ऑर्डर के सुपरस्टार्स का बल्ला नहीं चला, तो इंडियन सिनेमा का मिडिल ऑर्डर कमर कसकर खड़ा हुआ. वो यंग स्टार, जिनमें पोटेंशियल तो हमेशा से था, मगर अभी उन्हें बॉक्स ऑफिस पर खुद को पूरी तरह साबित करना था. और उन्होंने ये काम बिल्कुल सही मौके पर किया.
‘कांतारा चैप्टर 1’ से ऋषभ शेट्टी, ‘छावा’ से विक्की कौशल और ‘धुरंधर’ से रणवीर सिंह— तीनों एक्टर्स ने इंडियन बॉक्स ऑफिस को अपना दम दिखाया. इस साल की रिपोर्ट में तीनों फिल्मों का ग्रॉस इंडिया कलेक्शन 700 करोड़ से ज्यादा दिखेगा. ‘धुरंधर’ के सबसे ऊपर होने का चांस बहुत ज्यादा है.
सरप्राइज़ धमाका और भरोसेमंद सीनियर
इंडियन सिनेमा के सुपर सीनियर्स मोहनलाल और रजनीकांत ने फिर अपने नाम का वज़न दिखाया. दोनों की फिल्मों ने इंडियन बॉक्स ऑफिस को 300–300 करोड़ कमाकर दिए. पर ये साल सरप्राइज़ का भी रहा. किसी ने दूर-दूर तक भी नहीं सोचा होगा कि इन लेजेंड्स की फिल्मों की बराबरी कभी एक इंडियन एनिमेशन फिल्म करेगी.
पर ‘महावतार नरसिम्हा’ ने सबको चौंकाया और इंडियन बॉक्स ऑफिस पर लगभग 300 करोड़ कमाए. और सरप्राइज़ की बात से ‘सैयारा’ याद आती है. अहान पांडे और अनीत पड्डा जैसे न्यूकमर्स की ‘सैयारा’ ने इंडियन बॉक्स ऑफिस का मीटर मोहनलाल–रजनीकांत जैसे सुपरस्टार्स से ज्यादा घुमाया. ‘सैयारा’ का इंडिया ग्रॉस कलेक्शन 400 करोड़ पार जाकर रुका.
गुजराती सिनेमा ने पहली बार इंडिया में 100 करोड़ ग्रॉस का आंकड़ा पार किया. ‘लालो कृष्ण सदा सहायते’ ने गुजरात में ‘पुष्पा 2’ के रिकॉर्ड तोड़े और इंडस्ट्री की टॉप हिट बनी. ‘कांतारा चैप्टर 1’ के धमाके को कन्नड़ इंडस्ट्री में लो-बजट फिल्म ‘सू फ्रॉम सो’ ने सपोर्ट किया. 4–5 करोड़ में बनी इस फिल्म ने 100 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन किया.
मलयालम सिनेमा 2025 में भी पूरी फायर-पावर के साथ आया. ‘लोका’ से पहली बार इंडस्ट्री ने 300 करोड़ ग्रॉस का आंकड़ा पार किया. मोहनलाल ने ‘एम्पुरान’ और ‘थुडरम’ से फिर इंडस्ट्री के चार्ट्स में टॉप पर जगह बनाई.
2023 जब इंडियन सिनेमा का सबसे बड़ा साल बना था, तो 600 करोड़ से 1000 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन करने वाली फिल्में ज्यादा थीं. 2025 में ये ट्रेंड बदला है. मिडिल रेंज में कलेक्शन करने वाली फिल्में हर इंडस्ट्री में बढ़ी हैं. ये बात बॉलीवुड के उदाहरण से ही समझी जा सकती है.
बॉक्स ऑफिस का बदलता पैटर्न
महामारी के बाद कमजोर पड़ा बॉक्स ऑफिस लगातार तेज़ी से हील हो रहा है— इसका सबूत 2025 है. नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की तुलना करें, तो 2023 में बॉलीवुड की 4 फिल्में 500 करोड़ पार पहुंची थीं, 2025 में सिर्फ 2. लेकिन इसकी भरपाई कम कलेक्शन वाले ग्रुप में हुई है. 2023 में 100–200 करोड़ वाली फिल्में 7 थीं. 2025 में इनकी गिनती 10 है. इस साल 70–100 करोड़ की रेंज में कमाने वाली फिल्में भी बढ़ी हैं.
सीधा निचोड़ ये है कि 2023 को सबसे बड़ा साल बनाने में बड़ी कमाई वाली फिल्मों का रोल ज्यादा था. बॉक्स ऑफिस पावर सुपरस्टार्स के खाते में थी. 2025 में छोटी और मिड-बजट फिल्मों को कामयाबी मिली है. 100–300 करोड़ वाली फिल्मों ने माहौल जमाया है. और ये इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत अच्छा संकेत है.
इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए सिर्फ सुपरस्टार्स पर भरोसा रखना काफी नहीं होता. बॉक्स ऑफिस पर नए स्टार्स का खड़े होना, न्यूकमर्स का स्टार बनना और एनिमेशन जैसे पोटेंशियल वाले जॉनर को ग्रोथ मिलना दिखाता है कि इंडियन सिनेमा बिल्कुल सही रास्ते पर है.
सुबोध मिश्रा