उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले चुनावों में अगर राज्य में सपा सरकार बनेगी तो हम फिर एक बार अपने नौजवानों को लैपटॉप देंगें. पहले लाखों लैपटॉप दिए गए थे, जिसके बाद कइयों ने अपने आप खुद के रोजगार का जुगाड़ कर लिया था. अखिलेश यादव ने बताया कि जब मैं बांदा गया था तब एक नौजवान उसी लैपटॉप से अपना घर चला रहा था. वहीं एक बेटी से लैपटॉप छिन गया था तब पूरे घर ने उस दिन खाना नहीं खाया था, मैं उस परिवार से मिला था. सपा के दिए लैपटॉप आज भी चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि दूसरा संकल्प हमारा ये है कि सरकार बनने पर हम फिर लैपटॉप बांटेंगे.
इत्र कारोबारी से कनेक्शन पर बोले अखिलेश
इसके अलावा इत्र कारोबारी के घर छापेमारी को लेकर अखिलेश ने कहा, दिल्ली में बैठे बीजेपी आईटी वाले झूठा प्रचार कर रहे हैं. मेरी एक तस्वीर लगाई है जिसमें पकड़ा गया इत्र कारोबारी मेरे साथ है, हम इस पर एफआईआर कराएंगे. तहरीर अभी दी जाएगी और करवाई सरकार बनने के बाद होगी, क्योंकि ऐसे तो एफआईआर होगी नहीं. उन्होंने आगे कहा कि यूपी के डीजीपी की पावर ही खत्म हो गई है. साथ ही सरकारी पैसे से दुरुपयोग हो रहा है. बीजेपी हमारे आपके पैसे का उपयोग कर अपना प्रमोशन कर रही है.
अमित मालवीय पर साधा निशाना
बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय का ट्वीट दिखाते हुए अखिलेश ने कहा कि यह झूठा व्यक्ति है. सपा इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगी. मेरी डिजिटल टीम इसकी तस्वीर लगाकर वायरल करेगी कि यह सबसे बड़ा झूठा है. उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक भर्ती वाले यहां से जाएं और बीजेपी को हराएं.
'डिजिटली चुनाव में उतरेगी सपा'
अखिलेश ने कहा कि यूपी के सीएम भी झूठ बोलते हैं, जितने बड़े आयोजन हुए है वह सपा के बनाए मैदानों में ही हुए हैं. सपा डिजिटली चुनाव में उतरने को तैयार है, हमारे सारे कार्यकर्ता डिजिटली कैंपेन करेंगे. भगवान परशुराम सपा या बीजेपी के नहीं सबके हैं. चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही भारतीय जनता पार्टी का सफाया शुरू होगा.
'नाम बदलने वाले मुख्यमंत्री को जनता बदल देगी'
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो नाम बदलने वाले हैं, इस बार जनता इन्हें ही बदल देगी. पूरा यूपी योगी आदित्यानाथ को पढ़ा-लिखा नहीं मानता है. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि मैं गोंडा में फोर लेन सड़क बनाना चाहता था लेकिन केंद्र ने नहीं बनने दी.
समर्थ श्रीवास्तव