मद्रास हाईकोर्ट ने दी PM मोदी के कोयंबटूर रोड शो को मंजूरी, प्रशासन ने अनुमति देने से कर दिया था इनकार

मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो को मंजूरी दे दी है. इससे पहले स्थानीय जिला पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा जोखिमों सहित विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया था.

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तमिलनाडु प्रशासन ने कोयंबटूर में पीएम मोदी को रोड शो करने की अनुमति नहीं दी है तमिलनाडु प्रशासन ने कोयंबटूर में पीएम मोदी को रोड शो करने की अनुमति नहीं दी है

शिल्पा नायर

  • चेन्नई,
  • 15 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में प्रस्तावित पीएम मोदी के रोड शो को मंजूरी दे दी है. इससे पहले स्थानीय प्रशासन ने बीजेपी यहां पीएम मोदी के रोड शो को अनुमति देने से इनकार कर दिया था.

दरअसल लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कोयंबटूर सिटी पुलिस को एक ज्ञापन सौंपकर 18 मार्च को PM मोदी के 3.6 किलोमीटर लंबे रोड शो की मेजबानी करने की अनुमति मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक, अनुमति देने से इनकार करते हुए कोयंबटूर प्रशासन ने इसके पीछे चार प्रमुख कारण कारण गिनाए हैं जिनमें शामिल हैं-

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1- सुरक्षा का खतरा

2- कोयंबटूर का सांप्रदायिक इतिहास

3- आम जनता को होने वाली परेशानी

4- रोड शो के मार्ग में मौजूद स्कूलों की वजह से छात्रों को होनी वाली परेशानी 

आरएस पुरम में खत्म होना था रोड शो

 भाजपा के प्रस्तावित रोड शो आरएस पुरम में समाप्त होना था. आरएस पुरम वही जगह है जहां 1998 में सिलसिलेवार धमाके हुए थे. इसके अलावा, कोयंबटूर की सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए किसी भी राजनीतिक दल या समूह को रोड शो की अनुमति नहीं दी गई है.

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यह रोड शो लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी के दक्षिण भारत दौरे का हिस्सा था. भाजपा ने इस टेक्सटाइल सिटी में 3.6 किलोमीटर लंबे रोड शो की अनुमति मांगी थी प्रशासन का कहना है कि 18 और 19 मार्च को छात्रों की सार्वजनिक परीक्षाएं भी होंगी और जिस जगह पर रोड शो प्रस्तावित है उस रास्ते में कई स्कूल भी स्थित हैं.

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1998 में हुए थे यहां धमाके

आर एस पुरम में वही जगह है जहां 14 फरवरी 1998 को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का कार्यक्रम प्रस्तावित था और वहां सिलसिलेवार बम धमाके हो गए थे. धमाकों से कुछ घंटे पहले आडवाणी ने अपनी बैठक रद्द कर दी. बाद में सभा स्थल के करीब विस्फोटकों से लदी एक कार मिली थी. भाजपा राज्य सरकार से उस स्थान पर बम विस्फोटों में जान गंवाने वाले लोगों के लिए एक स्मारक बनाने की मांग कर रही है.

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