देश में सबसे बड़े चुनाव का बिगुल बज गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है. 543 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होगा. चुनाव नतीजे 4 जून को आएंगे.
पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 102 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को वोटिंग होगी. इस चरण में 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जिनकी सभी लोकसभा सीटों पर वोटिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. दूसरे चरण में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 89 लोकसभा सीटों के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा. इस चरण में चार राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां की सभी सीटों पर वोटिंग होनी है.
तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 94 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी जिसमें 6 राज्यों की सभी सीटें शामिल हैं. चौथे चरण में तीन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सभी लोकसभा सीटों के साथ ही कुल 96 लोकसभा सीटों पर 13 मई को वोटिंग होगी.
पांचवे चरण में 20 मई को तीन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सभी सीटों के साथ ही कुल आठ राज्यों की 49 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी.छठे चरण में दो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सभी सीटों पर वोटिंग होनी है. इस चरण में सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 57 सीटों पर वोटिंग होगी. सातवें और अंतिम चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर 1 जून को वोटिंग होगी.
2019 में सात चरणों में हुआ था मतदान
पिछले यानि 2019 के आम चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ था. तब पहले राउंड में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई थी. दूसरे राउंड में 13 राज्यों की 97, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115, चौथे चरण में नौ राज्यों की 71, पांचवे चरण में सात राज्यों की 51, छठे चरण में सात राज्यों की 59 और अंतिम चरण में आठ राज्यों की 59 सीटों पर मतदान हुआ था. लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में सभी सात चरणों में वोटिंग हुई थी. यूपी में 80, बिहार में 40 और पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं.
इन राज्यों में एक चरण में हुई थी वोटिंग
पिछले आम चुनाव में देश के कुल 22 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे थे, जहां एक ही चरण में वोटिंग हुई थी. ऐसे राज्यों की लिस्ट में अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, पंजाब, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड शामिल हैं.
इन राज्यों के साथ ही केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली, अंडमान निकोबार, दादरा नागर हवेली, पुडुचेरी और चंडीगढ़ में भी एक ही चरण में वोटिंग हुई थी. दिल्ली की सभी सात सीटों के लिए छठे चरण में वोटिंग हुई थी.
2004 से अब तक कब कितने चरणों में हुई वोटिंग
पिछले आम चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ था लेकिन इससे ठीक पहले यानी 2014 के चुनाव में वोटिंग नौ चरणों में हुई थी. 2014 के चुनाव में पहले दौर का मतदान 7 अप्रैल और अंतिम चरण का मतदान 12 मई को हुआ था. यूपी की 80 सीटों के लिए सबसे अधिक छह चरणों में वोट डाले गए थे. इससे पहले 2009 में छह और 2004 में चार चरणों में मतदान हुआ था.
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