गुजरात चुनाव: कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने वाले 34 नेताओं को मिली जीत, सिर्फ तीन हारे

2017 के चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थीं. इस बार चुनाव में बीजेपी 111 विधायकों के साथ मैदान में उतरी. इस बीच, चुनावों में दलबदल का दंश झेल रही कांग्रेस ने 2017 में 77 सीटें जीती थीं. इस बार चुनाव में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले 37 नेताओं को मैदान में उतारा गया था, उनमें से ज्यादातर शामिल होने के समय विधायक थे.

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सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.

aajtak.in

  • अहमदाबाद,
  • 09 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:34 PM IST

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं की लॉटरी लगी है. 2017 के बाद से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले अधिकांश नेताओं ने 2022 के विधानसभा चुनाव जीत लिए हैं. ऐसे कुल 37 नेता थे, जो कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे और चुनाव लड़ रहे थे. इनमें सिर्फ तीन नेता ही चुनाव हारे हैं और 34 नेताओं ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता है.

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2017 के चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटें जीती थीं. इस बार चुनाव में बीजेपी 111 विधायकों के साथ मैदान में उतरी. इस बीच, चुनावों में दलबदल का दंश झेल रही कांग्रेस ने 2017 में 77 सीटें जीती थीं. इस बार चुनाव में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले 37 नेताओं को मैदान में उतारा गया था, उनमें से ज्यादातर शामिल होने के समय विधायक थे. इनमें से 34 नेताओं ने चुनावी जीत हासिल की. ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर (गांधीनगर दक्षिण), पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (वीरमगाम) और कोली नेता और छह बार के विधायक कुंवरजी बावलिया (जसदान) का नाम शामिल है.

इन तीन विधायकों को नहीं मिली जीत

इन 37 में से 20 नेता 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी में शामिल हो गए थे, जबकि 17 नेता 2017 के राज्यसभा चुनाव से पहले शामिल हुए थे, तब कांग्रेस के दिवंगत वरिष्ठ नेता अहमद पटेल एक वोट से जीते थे. हालांकि, जिन तीन मौजूदा विधायकों ने पाला बदला और बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे, वे जीत नहीं सके हैं. उनमें अश्विन कोतवाल (खेडब्रह्मा), जवाहर चावड़ा (मानावदर) और हर्षद रिबदिया (विसावदर) का नाम है.

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2017 में उपचुनाव हार गए थे अल्पेश

2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में दलबदल का सिलसिला शुरू हो गया था. 2017 के चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीती थीं. हालांकि, विधायकों के साथ छोड़ जाने की वजह से ये संख्या 59 सदस्यों की रह गई थी. 2019 में विधानसभा की सात सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने पांच ऐसे उम्मीदवार उतारे थे जो कांग्रेस के पूर्व विधायक थे. इसने चार सीटें बीजेपी ने जीतीं. जबकि कांग्रेस ने तीन सीटें जीतीं. ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने राधनपुर सीट से 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा का दामन थामा था. वे उपचुनाव में प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार रघु देसाई से हार गए थे.

2020 में राज्य की 8 सीटों पर उपचुनाव हुआ था. भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के नेतृत्व में पार्टी ने 6 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी ने सभी आठ सीटों पर जीत हासिल की थी.

आदिवासी बेल्ट में बीजेपी ने 24 सीटें जीतीं

गुजरात में आदिवासी उम्मीदवारों के लिए कुल 27 आरक्षित सीटें हैं. यहां 2017 के चुनाव में बीजेपी की सीट 9 से बढ़कर 14 हो गई थीं. वहीं, दिसंबर 2022 के चुनावों से पहले दल-बदल के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 15 से घटकर 10 हो गई थी. इस साल के चुनाव में आदिवासी इलाकों की 27 सीटों में से बीजेपी ने 24 सीटों पर जीत हासिल की है. 

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