तत्कालीन NDA सरकार ने बिहार के बंटवारे का ऐलान किया, जिससे 15 नवंबर 2000 को झारखंड राज्य का गठन हुआ. झारखंड के अलग होने से बिहार को प्राकृतिक संसाधनों और उद्योगों का नुकसान हुआ. हालांकि, 2004 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने वापसी की और लालू रेल मंत्री बने.