दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व पर दांव खेलती नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सनातन सेवा समिति का गठन किया है. शुक्रवार को इस समिति के पदाधिकारियों की घोषणा भी कर दी.
AAP ने सनातन सेवा समिति का प्रदेश प्रभारी घनेंद्र भारद्वाज को बनाया है, जबकि विजय शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष समेत 8 पदाधिरियों की सूची जारी की. आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस समिति का उद्देश्य पुजारियों और संतों को एक मंच प्रदान करना है, जो सनातन धर्म के लिए काम कर रहे हैं.
इन्हें मिली जिम्मेदारी
AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने जो लिस्ट जारी की है, उसके मुताबिक सनातन सेवा समिति में घनेंद्र भारद्वाज को प्रदेश प्रभारी, विजय शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष, जितेंद्र शर्मा को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, सरदार राजिंदर सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष, ब्रिजेश शर्मा को प्रदेश संगठन मंत्री, मनीष गुप्ता और सरदार राजिंदर सिंह (हनी) को प्रदेश सचिव और दुष्यंत शर्मा को प्रदेश संयुक्त सचिव बनाया गया है.
हर महीने मिलेंगे 18 हजार
दरअसल, दिल्ली चुनाव से पहले AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने 18 हजार रुपए देने के लिए पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की गारंटी दी है. इस ऐलान के बाद ही पार्टी ने पुजारियों और संतों को एक मंच पर लाने के लिए सनातन सेवा समिति का गठन किया है.
ये धर्म गुरु हुए थे शामिल
इससे पहले 8 जनवरी को आम आदमी पार्टी मुख्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मंदिरों के पुजारी और संत समाज एकत्र हुआ था. इस दौरान पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा के लिए अरविंद केजरीवाल की तारीफ की गई थी. अरविंद केजरीवाल ने जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी, योगेश्वराचार्य महाराज, जगदगुरु स्वामी अवधेश प्रपन्नाचार्य महाराज, आचार्य मधुर दास महाराज समेत सभी संत महात्मा और आचार्यगणों का आशीर्वाद लिया था.
बीजेपी के आरोपों की काट
बता दें कि बीजेपी दिल्ली में मौलवियों को सैलरी दिए जाने को लेकर मुद्दा बनाती रही है. दिल्ली की विपक्षी पार्टी बीजेपी इसे तुष्टीकरण बताती आई है. कई बार बीजेपी ने यह मुद्दा उठाया है कि दिल्ली सरकार राजधानी के पुजारी और पुरोहितों को तनख्वाह क्यों नहीं देती है. इस बार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ही केजरीवाल ने सॉफ्ट हिंदुत्व पर दाव खेला है और पुजारी ग्रंथि सम्मान योजना राशि के साथ-साथ पार्टी ने सेवा समिति का गठन भी कर दिया है.
आशुतोष मिश्रा