सोमवार को पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग कार्यालय (CEO Office) के बाहर जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल सीईओ कार्यालय पहुंचा, तभी बाहर प्रदर्शनकारी बीएलओ फोरम के सदस्यों ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया.
ये कार्यकर्ता वर्तमान SIR (Special Intensive Revision) अभ्यास के दौरान कथित तौर पर अत्यधिक काम के बोझ को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
जैसे ही अधिकारी, कई BJP विधायकों के साथ, अधिकारियों से मिलने CEO के ऑफिस पहुंचे, BLO अधिकार रक्षा कमेटी के विरोध कर रहे सदस्यों ने नारे लगाने शुरू कर दिए और पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की.
बीएलओ मांग रहे हैं राहत
बीएलओ SIR की डेडलाइन को और दो महीने बढ़ाकर "बहुत ज़्यादा काम के बोझ" से राहत और मृतक BLO के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
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विरोध तब भी जारी रहा जब अधिकारी और दूसरे BJP MLA चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर मनोज कुमार अग्रवाल और स्पेशल रोल ऑब्जर्वर सुब्रत गुप्ता से मिलने के लिए ऑफिस में घुस गए. अधिकारियों ने बताया कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्य में चल रहे चुनावी रोल के विशेष गहन संशोधन (SIR) से संबंधित चिंताओं को उठाने के लिए निर्धारित था.
शुभेंदु अधिकारी की मांग
शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के CEO को घेरा और उन्हें अल्टीमेटम देते हुए कहा कि CBI और बंगाल के बाहर से एक IPS अधिकारी को लाकर यह जांच कराई जाए कि आई-पैक (IPAC) के सदस्यों का इस्तेमाल बीएलओ की मदद के लिए डेटा एंट्री में क्यों किया जा रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि कोलकाता पुलिस के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि आपके ऑफिस के बाहर इस तरह के प्रदर्शन की अनुमति दी जा रही है जिससे बाधा उत्पन्न हो रही है. उन्होंने कहा कि आपके कार्यालय को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए और CAPF सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए.
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