क्या चिराग से नाराज हैं गिरिराज सिंह, बोले- स्ट्राइक रेट का झुनझुना बजाने वालों को...

गिरिराज सिंह ने कहा, 'स्ट्राइक रेट का झुनझुना बजाने वालों को 2010 में भाजपा और जेडीयू का स्ट्राइक रेट देखना चाहिए.' उनका इशारा चिराग पासवान की ओर था, जिनकी पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में पांचों सीटों पर जीत हासिल कर 100% स्ट्राइक रेट का दावा किया था. 

Advertisement
एनडीए सहयोगियों पर गिरिराज सिंह ने साधा निशाना. (Photo: ITG) एनडीए सहयोगियों पर गिरिराज सिंह ने साधा निशाना. (Photo: ITG)

रोहित कुमार सिंह

  • पटना,
  • 14 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 1:22 PM IST

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे का मामला गरमाता जा रहा है. केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने सहयोगी दलों, खासकर चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को अपनी मजबूत सीटें सौंपने पर खुलकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि स्ट्राइक रेट का झुनझुना बजाने वालों को 2010 में भाजपा और जेडीयू का स्ट्राइक रेट देखना चाहिए.

Advertisement

आजतक से खास बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्ट्राइक रेट का जिक्र करते हुए चिराग पर तंज कसा और कहा कि बीजेपी को कार्यकर्ताओं के हित में फैसला लेना चाहिए. गिरिराज का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब एनडीए ने हाल ही में सीट बंटवारे की घोषणा की थी, लेकिन उम्मीदवारों की घोषणा में देरी हो रही है.

'स्ट्राइक रेट का झुनझुना...'

गिरिराज सिंह ने कहा, 'स्ट्राइक रेट का झुनझुना बजाने वालों को 2010 में भाजपा और जेडीयू का स्ट्राइक रेट देखना चाहिए.' उनका इशारा चिराग पासवान की ओर था, जिनकी पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में पांचों सीटों पर जीत हासिल कर 100% स्ट्राइक रेट का दावा किया था. 

बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें

बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें

BJP नेता ने कहा कि चिराग जैसे 'जाति की राजनीति करने वालों को अहमियत' देकर भाजपा अपनी मजबूत सीटें क्यों छोड़ रही है? उन्होंने चेतावनी दी, 'हम शायद फील गुड में हैं, लेकिन अटल जी के वक्त फील गुड का क्या हुआ था, ये भूल गए हैं.'

Advertisement

केंद्रीय मंत्री ने विशेष रूप से बेगूसराय की बखरी सीट का जिक्र किया, जहां भाजपा मामूली अंतर से हारी थी. उन्होंने कहा, 'बेगूसराय में बखरी सीट मामूली अंतर से हारे लेकिन वो सीट दूसरे को देने की बात हो रही.' 

इसी तरह ब्रह्मपुर को भाजपा की परंपरागत सीट बताते हुए सिंह ने सवाल उठाया कि ब्रह्मपुर सीट भाजपा की परंपरागत सीट कैसे दूसरे को दी जा सकती है? उनका कहना है कि पता नहीं कैसे भाजपा की मजबूत सीटों को दूसरों को देने को बात हो रही. उन्होंने जोर देकर कहा, 'हमें कार्यकर्ताओं के अनुकूल फैसला लेना चाहिए.'

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement