दानापुर से RJD प्रत्याशी रीतलाल यादव को नहीं मिली जमानत, जेल से ही लड़ेंगे चुनाव

दानापुर से राजद उम्मीदवार रीतलाल यादव को पटना हाईकोर्ट से चुनाव प्रचार के लिए जमानत नहीं मिली. हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए कहा कि वे चाहें तो निचली अदालत में अर्जी लगा सकते हैं. रीतलाल यादव भागलपुर जेल में बंद हैं और अब उन्हें जेल से ही चुनाव लड़ना होगा.

Advertisement
MLA रीतलाल पहले ही इस मामले में जेल में बंद हैं. (Photo- ITG) MLA रीतलाल पहले ही इस मामले में जेल में बंद हैं. (Photo- ITG)

शशि भूषण कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:32 AM IST

दानापुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार और वर्तमान विधायक रीतलाल यादव को पटना हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है. अदालत ने उनकी उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए अस्थायी जमानत की मांग की थी.

रीतलाल यादव इस समय भागलपुर जेल में बंद हैं. उन्होंने पुलिस कस्टडी में रहते हुए ही नामांकन पत्र दाखिल किया था. पटना हाईकोर्ट में दायर याचिका में उन्होंने अपील की थी कि उन्हें 6 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले चार सप्ताह की औपबंधिक जमानत दी जाए, ताकि वे अपने क्षेत्र में जाकर चुनाव प्रचार कर सकें.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'पैसे बांटने पर रोक लगाए चुनाव आयोग', महिला रोजगार योजना की शिकायत लेकर EC पहुंची RJD

शुक्रवार को न्यायमूर्ति अरुण कुमार झा की एकलपीठ ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए साफ कहा कि इस स्तर पर अदालत राहत देने के पक्ष में नहीं है. हालांकि, कोर्ट ने उन्हें यह छूट दी है कि वे निचली अदालत यानी एमपी-एमएलए कोर्ट में औपबंधिक जमानत की अर्जी दे सकते हैं.

बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें

बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें

अदालत ने चुनाव प्रचार वाली दलील स्वीकार नहीं की

रीतलाल यादव की ओर से वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने दलील दी थी कि विशेष परिस्थिति में यह राहत जरूरी है, क्योंकि यादव दानापुर से राजद प्रत्याशी हैं और बिना प्रचार के चुनाव लड़ना उनके लिए मुश्किल होगा लेकिन अदालत ने इस दलील को स्वीकार नहीं किया.

क्या है रीतलाल यादव का पूरा मामला?

Advertisement

गौरतलब है कि रीतलाल यादव एक जबरन वसूली के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं. जून महीने में पटना पुलिस ने दानापुर क्षेत्र में उनके सहयोगियों और लालू प्रसाद परिवार के करीबी सहयोगी से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. पुलिस के मुताबिक, यह कार्रवाई उस शिकायत के आधार पर की गई थी जिसमें एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि जब उसने रंगदारी की रकम नहीं दी, तो उसकी निर्माणाधीन इमारत का ढांचा गिरा दिया गया.

यह भी पढ़ें: बिहार में चुनाव प्रचार करने पर रवि किशन को मिली धमकी, बताया- फोन पर मां को अपशब्द कहे

इस मामले में रीतलाल यादव सहित चार अन्य सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज है. पुलिस के अनुसार, फरार आरोपियों की तलाश अभी जारी है. अब हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद रीतलाल यादव को जेल में रहते हुए ही चुनाव की रणनीति बनानी होगी. दानापुर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि राजद अपने गढ़ को बचाने की कोशिश में है, जबकि एनडीए इसे जीतने के लिए पूरा जोर लगा रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement