UP Board Exam: पहले ही दिन 10वीं और 12वीं के 4 लाख से अधिक छात्रों ने छोड़ी परीक्षा

यूपी बोर्ड के मुताबिक हाईस्कूल की प्रथम पाली की परीक्षा में दूसरों की जगह परीक्षा देने वाले भी कई मामले सामने आए. इस दौरान अलग-अलग जिलों में मिलकर कुल 9 छात्रों को गिरफ्तार किया गया, जो बैठकर दूसरों के नाम पर परीक्षा दे रहे थे.

Advertisement
यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं गुरुवार 16 फरवरी से शुरू हो गई हैं (प्रतिकात्मक तस्वीर) यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं गुरुवार 16 फरवरी से शुरू हो गई हैं (प्रतिकात्मक तस्वीर)

पंकज श्रीवास्तव

  • प्रयागराज,
  • 16 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:00 AM IST

यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं गुरुवार 16 फरवरी से शुरू हो गई हैं. ये परीक्षाएं चार मार्च तक चलेंगी. पहले ही दिन प्रदेश भर के हाईस्कूल और इंटर मीडिएट के 402054 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी. दरअसल, यूपी बोर्ड परीक्षा के हिंदी एवं प्राम्भिक हिंदी की प्रथम पाली में 217702 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. इंटर मीडिएट की सैन्य विज्ञान परीक्षा में 487 अनुपस्थित छात्र रहे. यानि कुल 2,18,189 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. वहीं इंटरमीडिएट की द्वितीय पाली में हिंदी एवं सामान्य हिंदी की परीक्षा में 1,83,865 परीक्षार्थियों नदारद रहे.

Advertisement

वहीं यूपी बोर्ड के मुताबिक हाईस्कूल की प्रथम पाली की परीक्षा में दूसरों की जगह परीक्षा देने वाले भी कई मामले सामने आए. इस दौरान अलग-अलग जिलों में मिलकर कुल 9 छात्रों को गिरफ्तार किया गया, जो बैठकर दूसरों के नाम पर परीक्षा दे रहे थे. इनमें गाजीपुर में 5, मथुरा में एक, जौनपुर में एक, बुलंदशहर में एक और लखनऊ में भी एक को गिरफ्तार किया गया. बोर्ड की तरफ से इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

वहीं हाईस्कूल की प्रथम पाली में हिंदी की परीक्षा में गाजीपुर में श्री चुचितनन्दन इंटर कॉलेज बिशनपुरा के प्रिंसिपल योगेंद्र यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है. साथ ही हाई स्कूल की परीक्षा में 7 छात्र और तीन छात्राएं और इंटरमीडिएट के 1 छात्र को अनुचित साधन का प्रयोग करते पकड़ा गया.

Advertisement

बता दें कि परीक्षाओं को नकलहीन कराने के लिए बोर्ड ने कई तैयारियां की हैं. परीक्षा में नकल रोकने के लिए प्रदेश भर में 1.43 लाख परीक्षा कक्षों मे 3 लाख वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही डीवीआर राउटर डिवाइस और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की गई है. यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला के अनुसार, सभी 75 जिलों के साथ ही राज्य स्तर पर लखनऊ में सभी तकनीकी सुविधाओं से युक्त कंट्रोल रूम और मॉनिटरिंग सेंटर बनाए गए हैं. जिनके माध्यम से 8753 केंद्रों की वेबकास्टिंग के जरिए लाइव मॉनिटरिंग कराने की व्यवस्था की गई है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement