एक वामपंथी जो भारत का प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गया...

ज्योति बसु वामपंथी विचारधारा में यकीन रखने वाले एक ऐेसे राजनेता थे जो एक दौर में भारत के प्रधानमंत्री बनने के बेहद करीब थे लेकिन पोलित ब्यूरो के निर्णय के सामने वे रुक गए. आज उसी राजनेता का जन्मदिन है.

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Jyoti Basu Jyoti Basu

विष्णु नारायण

  • नई दिल्ली,
  • 08 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST

ज्योति बसु को भारत का राजनीतिक इतिहास एक ऐसे राजनेता के तौर पर याद करता है जिसने कई दशकों तक पश्चिम बंगाल राज्य की सत्ता संभाली. लोग जिनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता की कसमें खाया करते थे. जिसे पोलित ब्यूरो के सदस्यों ने एक दौर में भारत का प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया. वे साल 1914 में 8 जुलई के रोज ही पैदा हुए थे.

1. वे साल 1977 से 2000 तक बंगाल के मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहे.

2. वे लंदन के मिडल टेंपल कॉलेज से बैरिस्टर की पढ़ाई पूरी कर 1940 में भारत लौटे थे.

3. वे लंदन मजलिस के सदस्य थे और उन्होंने वहां आजादी की लड़ाई लड़ने वाले भारतीय युवाओं का संगठन बनाया.

4. वे पोलित ब्यूरो के शुरुआती नौ सदस्यों में से एक थे.


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