Advertisement

एजुकेशन

UPSC पास करने वालों की हर कहानी में छिपी है प्रेरणा

aajtak.in
  • 13 मई 2016,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST
  • 1/11

सिविल सेवा परीक्षा में सफल उम्मीदवारों के ख्वाब बुलंद हैं. खास बात यह है कि समाज के अलग-अलग वर्गों से प्रत्याशियों ने टॉप किया है. ऐसे में इनसे आप भी बहुत कुछ सीख सकते हैं. जानिए 10 ऐसे उम्मीदवारों के बारे में जिन्होंने तमाम बाधाओं के बावजूद पाई सफलता...

  • 2/11

टीना डाबी: 22 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा में टॉप करने वाली टीना युवाओं के लिए रोल मॉडल बन गई हैं. इन्होंने अपनी सफलता पर कहा 'इस प्रोफेशन में आने के बारे में मैंने पहले से सोच रखा था. इसी को देखते हुए मैने पॉलिटकिल साइंस की पढ़ाई भी की थी. मैं इस प्रोफेशन में आने को लेकर काफी फोकस थी. टॉप करने पर बहुत खुशी हुई कि मैं नंबर वन हूं.'

  • 3/11

कश्मीर के अतहर की सफलता
कश्मीर के अनंतनाग से सिविल सेवा में दूसरी रैंक हासिल करने वाले अतहर आमिर खान को प्रेरणा देने वाले उनके दादा अनपढ़ किसान हैं. आमिर का ख्वाब है कि कश्मीर के एक तबके के दिलो-दिमाग से अलगाव दूर करने में वो जुटेंगे. अतहर आमिर खान कहते हैं कि हम लोगों के पास कुछ करने के काफी अवसर हैं. बस अपने सेल से बाहर आने की जरूरत है.

Advertisement
  • 4/11

पीएम के सपनों को करना चाहते हैं पूरा
हरियाणा के सोनीपत के यशवीर खत्री को 121वीं रैंक मिली है. खालिस गांव के रहने वाले किसान के बेटे यशवीर गांवों के लिए पीएम के सपनों को साकार करने की ख्वाहिश रखते हैं.

  • 5/11

अंसार बदलना चाहते हैं गांव की सूरत
महाराष्ट्र के जालाना जिले के शेडगांव के रहने वाले अंसार अहमद शेख ने अपने पहले ही प्रयास में सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर ली है. उनकी ऑल इंडिया रैंक 361 है. वो यूपीएससी की तैयारी करने के लिए ही शहर आए थे लेकिन मुस्लिम नाम की वजह से उन्हें शहर में रहने के लिए अच्छा घर नहीं मिल पा रहा था.

  • 6/11

बिना सुविधा के पाई सक्सेस
यूपीएससी में पांचवें प्रयास में सफलता अर्जित करने वाले आदित्य आनंद बिहार के मधेपुरा ऐसे गांव के रहने वाले हैं जहां आज भी बिजली-सड़क का इंतजाम नहीं है. देश सेवा के सबसे जिम्मेदार सरकारी ओहदेदारों की इस जमात में हर वर्ग, हर तबके की हिस्सेदारी है.

Advertisement
  • 7/11

आंखों में नहीं है रोशनी
27 वर्षीय बाला नागेन्द्रन ने चार प्रयासों के बाद UPSC 2015 की परीक्षा पास कर ली है. उन्होंने इस परीक्षा में 923 रैंक हासिल की है. आज भले ही पूरी दुनिया नागेन्द्रन को बधाई देते न थक रही हो लेकिन नागेन्द्रन के लिए यहां तक पहुंचना बड़ा ही मुश्किल रहा है.

  • 8/11

घाटी की पहली महिला IAS ऑफिसर बनीं रुवेदा
उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले की आईपीएस रुवेदा ने अब सिविल सर्विसेज के सफल प्रतियोगियों में स्थान बनाकर एक और मुकाम हासिल कर लिया है. रूवेदा इससे पहले मेडिकल परीक्षा, कश्मीर एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (KAS) और इंडियन पुलिस सर्विसेज (IPS) की परीक्षाओं में सफलता हासिल कर चुकी हैं.

  • 9/11

जयति सिंह समाज बदलने में देना चाहती हैं योगदान
जयति सिंह, 94 रैंक का कहना है कि उन्होंने एक साल में ही यह सब पढ़ना शुरू किया और यह उनका पहला प्रयास है. उनका मानना है कि एक आईएएस ऑफिसर को समाज बदलने में महत्वपूर्ण योगदान देता है. वहीं आम आदमी भी चाहे तो समाज को बदल सकता है.

Advertisement
  • 10/11

सिक्योरिटी गार्ड का बेटा भी हुआ पास...
राजधानी लखनऊ में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले के बेटे ने आईएएस की परीक्षा पास किया है.  यूपीएससी परिणामों में 242 रैंक हासिल की है. कुलदीप ने ये सफलता दिल्ली में तैयारी के दौरान अपने तीसरे प्रयास में हासिल की है.

  • 11/11

हेल्थ सिस्टम पर फोकस करना चाहती हैं आर्तिका
सिविल सेवा में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की बेटी आर्तिका शुक्ला ने भी पहले ही प्रयास में लंबी छलांग लगाई. एमबीबीएस डॉक्टर आर्तिका को यकीन है कि वो लड़कियों की जिंदगी को और बेहतर बनाने में अहम योगदान देंगी.

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement