केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक ट्वीट किया था कि यूएई ने 700 करोड़ की मदद की पेशकश की है. उसके बाद सामने आया कि यूएई ने ऐसी कोई मदद की पेशकश नहीं की है, जिसे लेकर काफी विवाद खड़ा हुआ. विवाद पैदा होने के बाद विजयन ने सफाई दी कि उन्हें विदेश में रह रहे एक हिंदुस्तानी बिजनेसमैन एमए यूसुफ अली से इसके बारे में पता चला है. ऐसे में जानते हैं कौन हैं यूसुफ अली...
अभी तक यूसुफ अली ने विजयन के दावे को लेकर कुछ कहा नहीं है. बता दें कि यूसुफ अरबपति हैं और फोर्ब्स की सबसे अमीरों की लिस्ट में उनका 561वां स्थान है.
उनकी संपत्ति 3.9 बिलियन डॉलर यानी 273 अरब रुपये के मालिक हैं. इनकी कंपनी लुलु ग्रुप के गल्फ देशों में 132 स्टोर हैं. खास बात ये है कि ये केरल के रहने वाले हैं और वे 1973 में अबु धाबी चले गए थे.
अबु धाबी में उन्होंने अपने अंकल के साथ डिस्ट्रीब्यूशन के छोटे से बिजनेस में काम करना शुरू किया. वे भारत में भी कई तरीकों से निवेश कर रहे हैं.
यूसुफ अली पहले से भारतीय राजनेताओं से मिलते रहते हैं और उनके फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ कई तस्वीरें भी हैं.
साल 1955 में त्रिशूर में जन्मे अली ने गुजरात में पढ़ाई की और 1973 में विदेश चले गए. वे वहां सुपरमार्केट्स, स्टोर्स आजि का बिजनेस कर रहे हैं. इनके मार्केट मिडिल ईस्ट में काफी लोकप्रिय हैं. 5
उसके बाद 2015 में उन्होंने हॉस्पेलिटी में भी निवेश किया. इन्हें भारत सरकार पद्म श्री से सम्मानित कर चुकी है और केरल में भी उनका व्यापार है.
क्या है पूरा मामला- यूएई से 700 करोड़ रुपए मिलने की बात सबसे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कही. उनके दफ्तर की तरफ से 21 अगस्त की रात 9 बजकर 56 मिनट पर एक प्रेस रिलीज़ फेसबुक पर पोस्ट की गई, जिसमें उन्होंने यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन ज़ायद अल नाहयान का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने केरल के लिए 700 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया. यही प्रेस रिलीज़ केरल के मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी की गई.
22 अगस्त को यूएई के प्रिंस नाहयान की तरफ से भी ट्वीट हुआ. इस ट्वीट में उन्होंने संकट की इस घड़ी में भारत की हर संभव मदद का भरोसा दिया. लेकिन इसमें कहीं नहीं लिखा था, कि यूएई केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए 700 करोड़ रुपए दे रहा है. ट्वीट में उन्होंने ये भी लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री से बात करके उन्होंने अपनी पेशकश उनके सामने रख दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से भी प्रिंस के ट्वीट के जवाब में धन्यवाद ट्वीट किया गया. उस ट्वीट में भी कहीं इस बात का ज़िक्र नहीं था कि यूएई ने 700 करोड़ रुपए की मदद का ऐलान किया है. अलबत्ता केरल के सीएम की तरफ से ही ये बात सामने आई कि यूएई के मलयमाली उद्योगपति ने उनको 700 करोड़ रुपए यूएई की तरफ से मिलने की जानकारी दी है.