बॉलीवुड की 'हवाहवाई' श्रीदेवी अब इस दुनिया से अलविदा कह चुकी हैं. शनिवार देर रात यानी 24 फरवरी 2018 को दुबई में उनका कार्डिएक अरेस्ट के कारण देहांत हो गया था. श्रीदेवी 54 साल की थीं. उन्होंने दुबई में आखिरी सांस ली.
उन्होंने फिल्मी करियर की शुरुआत महज चार साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी. 13 साल की उम्र में तमिल फिल्म 'मूंडरू मुदिछु' में रजनीकांत की सौतेली मां का किरदार निभाया था.
कम उम्र में फिल्मी दुनिया में कदम रखने की वजह उनकी पढ़ाई को काफी नुकसान हुआ. जिसके वजह से पढ़ाई को बीच में छोड़ना पड़ा.
वहीं फिल्मफेयर मैगजीन में दिए एक इंटरव्यू में श्रीदेवी ने कहा कि अपने फिल्मी करियर की वजह से उनकी पढ़ाई पर काफी असर पड़ा.
श्रीदेवी ने बताया कि 'मैं एक अच्छी छात्रा थीं. मेरे माता पिता ने मुझे स्कूल और फिल्मों से एक साथ रूबरू करवाया था. जब हम बाहर किसी शुटिंग पर जाते थे, कोई टीचर हमारे साथ आता था. लेकिन एक समय के बाद हर बार शूटिंग पर टीचर का आना संभव नहीं था. इसलिए मुझे पढ़ाई और फिल्मों में से एक चीज़ को चुनना पड़ा.
श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1965 को तमिलनाडु के शिवकासी में पैदा हुआ था. फिल्म इंडस्ट्री में श्रीदेवी का 50 साल लंबा करियर रहा है.
श्रीदेवी को उनकी पहली फिल्म बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट थुनविान थीं. नन्ही श्रीदेवी को मलयालम मूवी पूमबत्ता (1971) के लिए केरला स्टेट फिल्म अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था.
श्रीदेवी ने अब तक लगभग 300 फिल्मों में काम किया हैं. इनमें, हिंदी, तेलुगू, तमिल और मलयालम फिल्में शामिल हैं.
फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' में उन्होंने बेहतरीन अभिनय के लिए भारत सरकार ने साल 2013 में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया था. बता दें, उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, मलयालम, तेलगू, कन्नड़ और में भी काम किया है. बता दें, फिल्म इंडस्ट्री में उनका करियर 50 साल लंबा रहा है.