UPSC परीक्षा में चमके रीवा के दो सितारे, रोमिल की 27वीं रैंक तो शुभम ने पाई AIR 116

UPSC Candidates From Rewa: शुभम शुक्ला ने UPSC 2024 में 116वीं रैंक प्राप्त की है. उनकी इस उपलब्धि से उनके परिवार के साथ-साथ पूरा रीवा गर्व महसूस कर रहा है. वहीं, रोमिल ने बिना किसी कोचिंग संस्थान के सहारे, खुद से ही UPSC क्लियर किया है.

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UPSC Success Story, MP Rewa Two Candidates Cleared UPSC UPSC Success Story, MP Rewa Two Candidates Cleared UPSC

विजय कुमार विश्वकर्मा

  • रीवा,
  • 23 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 8:02 AM IST

UPSC Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित कर दिए हैं. मध्य प्रदेश की धरती से दो होनहार युवाओं ने UPSC 2024 में शानदार प्रदर्शन कर पूरे विंध्य क्षेत्र को गौरवान्वित किया है. रीवा के रोमिल द्विवेदी ने 27वीं रैंक हासिल की है. वहीं, शुभम शुक्ला ने 116वीं रैंक के साथ सफलता का परचम लहराया है. दोनों की कामयाबी से न सिर्फ परिवार में, बल्कि पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है.

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रोमिल द्विवेदी ने बिना कोचिंग के क्लियर किया UPSC
रोमिल द्विवेदी मूल रूप से रीवा जिले के जवा तहसील के पुरौना गांव के रहने वाले हैं. उनका परिवार वर्तमान में रीवा के बोदाबाग में रहता है. रोमिल बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे. उनकी प्रारंभिक शिक्षा बाल भारती स्कूल रीवा में हुई और आगे की स्कूली शिक्षा डीपीएस भोपाल से पूरी की. उन्होंने मेनिट भोपाल से बीटेक की डिग्री प्राप्त की. बिना किसी कोचिंग संस्थान के सहारे, उन्होंने खुद से ही UPSC की तैयारी की. 

उनके पिता श्री केके द्विवेदी भोपाल में उपायुक्त सहकारिता के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता श्रीमती आशा द्विवेदी गृहिणी हैं. रोमिल के चाचा प्रकाश द्विवेदी संभागीय पेंशन कार्यालय में सहायक संचालक के पद पर कार्यरत हैं. रोमिल को इससे पहले भी UPSC में सफलता मिली थी और वे वर्तमान में इंडियन रेलवे में कार्यरत हैं. इस बार उन्होंने 27वीं रैंक हासिल कर जिले का नाम पूरे देश में रोशन किया है.

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शुभम शुक्ला की 116वीं रैंक
शुभम शुक्ला ने UPSC 2024 में 116वीं रैंक प्राप्त की है. उनकी इस उपलब्धि से उनके परिवार के साथ-साथ पूरा रीवा गर्व महसूस कर रहा है. शुभम की प्रारंभिक शिक्षा भी रीवा में ही हुई है.   उनके पिता अजय शुक्ला ने बताया कि शुभम बचपन से ही पढ़ाई में मेहनती थे और उन्होंने हमेशा ऊंचे लक्ष्य बनाए. शुभम ने भी इस परीक्षा के लिए लंबे समय से मेहनत की और आखिरकार उन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में अपना स्थान बना लिया.

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