माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के साथ भविष्य में अपने को और अपडेट रखने के लिए एक नई की है. बच्चों को संस्कार वान एवं रोजगार उन्मुख बनाने के लिए कॉलेजों में प्रातःकालीन सभा में प्रेरणादायक कार्यक्रम का प्रारूप तैयार किया है. शुरुआती स्तर पर प्रदेश के सभी जिलों के राजकीय इंटर कॉलेजों एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में इसकी शुरुआत की जा रही है. सभी शिक्षाधिकारियों से कहा गया है कि वे इन स्कूलों की मॉर्निंग असेंबली में पहुंचें और बच्चों को प्रेरणादायक संस्मरण के साथ उनको भविष्य में क्या करना है इसके लिए प्रेरित करें.
बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने की नई शुरुआत
इन प्रातःकालीन सभाओं में गुणवतापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगिता के इस दौर में वह कैसे सफल हो इस पर फोकस रहेगा. स्कूलों के पुरा मेधावी छात्रों को भी इन प्रातःकालीन सभाओं में बुलाया जाएगा ताकि वह भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन सकें. बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज में सुबह पहुंचकर इसकी शुरुआत की. उन्होंने बच्चों से सीधे बातचीत करके उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया.
क्या है ‘नए सत्र में नया सवेरा’ करिकुलम?
यूपी बोर्ड रिजल्ट में रिकॉर्ड बनाने के बाद अब कई नए प्रयोग कर रहा है. इस बार के शानदार परीक्षा आयोजन के बाद बोर्ड ने ‘नए सत्र में नया सवेरा’ एजेंडे के तहत एक कार्यक्रम तैयार किया है. इसके तहत पहले चरण में प्रदेश के सभी राजकीय इंटर कॉलेजों एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को लिया गया है. इस कार्यक्रम में सभी शिक्षाधिकारियों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है. यह शिक्षाधिकारी सप्ताह में दो दिन एक विद्यालय की प्रात:कालीन सभा में पहुंचेंगे और बच्चों से सीधे संवाद करेंगे.
‘नए सत्र में नया सवेरा’ करिकुलम में क्या-क्या होगा?
जिला विद्यालय निरीक्षक और उनके सहयोगी अधिकारी प्रातःकालीन सभा में बच्चों से प्रेरणादायक संवाद करेंगे. उन्हें कैसे अपना भविष्य उज्ज्वल बनाना है इस संबंध में प्रेरणादायक टिप्स देंगे. वे अपने अनुभवों को बच्चों के साथ साझा करेंगे. स्कूलों में शिक्षा का अच्छा वातावरण तैयार हो इस पर उनका फोकस रहेगा. बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि नए शिक्षा सत्र से ही बोर्ड ने नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. इस सम्बन्ध में समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देशित कर दिया गया है.
बोर्ड के सचिव दिव्यांग शुक्ला ने बच्चों से कहा कि शिक्षकों से खूब सवाल पूछें और संवाद करें संवाद करने से बच्चों का मन खुलेगा. राजकीय इंटर कॉलेज में शनिवार की प्रातःकालीन सभा में यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने पहुंचकर विद्यार्थियों से सीधे संवाद किया. कॉलेज के प्रधानाचार्य ने छात्रों से सचिव का परिचय कराया तो सभी उत्साहित हो उठे. सचिव ने कहा कि इस कॉलेज का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है. यहां से पढ़कर निकले बच्चों ने देश दुनिया में नाम रोशन किया है.
बोर्ड सचिव ने छात्रों को दिया ये संदेश
इस कॉलेज के छात्र आज देश और प्रदेशों में उच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन हैं. राजनीति से लेकर कला, विज्ञान, चिकित्सा, व्यवसाय, सेना आदि में राजकीय इंटर कॉलेज के पुरा छात्र बड़ी संख्या में उच्च पदों पर सुशोभित हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर प्रदेशों की प्रशासनिक सेवा में इस कॉलेज के विद्यार्थियों ने परचम लहराया है. सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने ऐसे कुछ पुरा छात्रों का नाम भी लिया. उन्होंने कहा कि प्रयागराज में बहुत से नामी चिकित्सक, व्यवसायी, न्यायमूर्ति, वकील यहीं के पढ़े हुए हैं.
सचिव ने कहा कि अब युग बदल रहा है. शिक्षा के प्रारुप में काफी परिवर्तन हो गया है. प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है. ऐसे में सभी को अपने को अपडेट करने की जरूरत है. पढ़ाई के शुरुआती दौर से ही उनको चैतन्य होना होगा. उन्हें कौन-सा क्षेत्र चुनना है, इसकी एक रणनीति तैयार करनी होगी. उसी रणनीति या योजना के तहत उन्हें पढ़ाई करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट रास्ता नहीं है. इसके लिए एक कठिन रास्ते से गुजरना पड़ता है. कड़ी मेहनत करनी होती है. अपने अंदर एक आत्मविश्वास पैदा करना होगा कि इस लक्ष्य को हम हर हाल में प्राप्त कर लेंगे. लक्ष्य प्राप्ति के लिए ढृढ़ संकल्प ही आपको मंजिल तय करने में मदद करेगी.
पंकज श्रीवास्तव