बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में लाखों छात्रों की डिग्रियां अटकी हुई हैं. विवि में डीम्ड डेट (डिग्री बांटने की तारीख) की मंजूरी नहीं मिलने से बीआरएबी यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं को डिग्री नहीं मिल पाई है. विश्वविद्यालय में डीम्ड डेट की मंजूरी मिलने के बाद ही छात्रों को डिग्री दी जाती है. डिग्री नहीं मिलने से छात्र आगे के लिए एडमिशन से लेकर नौकरी तक के आवेदन में परेशानी हो रही है.
बीआरएबीयू में वर्ष 2021 के बाद से डीम्ड डेट की मंजूरी नहीं मिली है. डीम्ड डेट की मंजूरी नहीं मिलने से तीन लाख से अधिक स्नातक और पीजी के छात्र डिग्री के लिए परेशान हैं. बीआरएबीयू में छात्रों को डिग्री नहीं मिलने से पिछले दिनों हुई पीएचडी के इंटरव्यू में काफी परेशानी हुई थी. छात्रों ने परीक्षा विभाग से एक लिखित टेस्टिमोनियल लेकर पैट का इंटरव्यू दिया.
इन विश्वविद्यालयों में भी वर्षों से अटकी है डिग्री
इसी तरह ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में साल 2019 के बाद से और तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी में साल 2018-21 के बाद से डीम्ड डेट की मंजूरी नहीं मिली है. जेपी विश्व विद्यालय छपरा में भी साल 2021 के बाद से छात्रों को डिग्री नहीं मिली है. कई वर्षों से छात्र डिग्री के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं.
वीसी ने गवर्नर को लिखी चिट्ठी
बीआरएबीयू के कुलपति दिनेश चंद्र राय ने बताया कि हम बीएचयू से नए यहां आए हैं. मुझे ज्यादा कुछ मालूम नहीं था. जब पता किए तो मालूम हुआ कि जो सेशन बीत गए हैं. छात्रों को उनकी डिग्री नहीं मिली है. इसके लिए गवर्नर को चिट्ठी भी लिखी थी.
जल्द ऑनलाइन अपलोड होने की उम्मीद
उन्होंने कहा, 'दो दिन पहले मेरी उनसे मुलाकात हुई तो व्यक्तिगत रूप से भी आग्रह किया है. आज शिक्षा सचिव से भी बात हुई है. उम्मीद है दो दिनों में बच्चों को उनकी डिग्री मिल जाएगी और डिजिलॉकर पर भी डिग्री को अपलोड कर दिया जाएगा.'
मणिभूषण शर्मा