सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के साथ साझेदारी की है. इसके तहत बोर्ड ने ‘इनोवेशन एंबेसडर प्रोग्राम’ संयुक्त रूप से शुरू किया है. इसके तहत सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी. एआइसीटीई भी शिक्षकों को इनोवेशन समेत पांच मॉड्यूल पर प्रशिक्षित करेगा.
बता दें कि देश में लागू हो जा रही नई शिक्षा नीति NEP-2020 को स्कूल स्तर पर लागू करने को ध्यान में रखते हुए ये प्रोग्राम लांच किया गया है. इसमें समस्या-समाधान और आलोचनात्मक सोच के लिए युवा छात्रों को शिक्षित करने पर जोर देने की योजना भी निहित है. इसलिए, शिक्षकों को नवप्रवर्तन और उद्यमिता (Innovation and Entrepreneurship) को आगे बढ़ाने के लिए इन युवा छात्रों का मार्गदर्शन करना होगा.
ये होंगे प्रशिक्षण के पांच मॉड्यूल
डिजाइन थिंकिंग और इनोवेशन
बौद्धिक संपदा अधिकार
वित्त, बिक्री और मानव संसाधन
आइडिया जेनरेशन और आइडियल हैंड-होल्डिंग
उत्पाद / प्रोटोटाइप डेवलेपमेंट
शिक्षकों की सलाह क्षमता को मजबूत करने के लिए, सीबीएसई ने इनोवेशन सेल, एआईसीटीई, शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से ‘इनोवेशन एंबेसडर प्रोग्राम’ लॉन्च किया है. इनोवेशन एंबेसडर प्रोग्राम की के तहत आयोजित ऑनलाइन जागरूकता कार्यक्रम में अब तक 40,000 से अधिक शिक्षक भाग ले चुके हैं . आगे और बड़े स्तर पर इसे आगे ले जाने की योजना है.
एआईसीटीई के चीफ इनोवेशन ऑफिसर अभय जेरे ने कहा कि यह प्रोग्राम छात्रों में विचारशीलता बढ़ाने और उनमें मेंटरिंग क्षमता को मजबूत करने में मदद करेगा. साथ ही यह प्रोग्राम देश भर में स्कूली शिक्षा में इनोवेशन कल्चर को भी बढ़ावा देगा. सीबीएसई अध्यक्ष मनोज आहूजा ने नए क्षेत्रों एआई, ब्लॉकचैन, कोडिंग, साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के प्रशिक्षण के बारे में बताया.
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