गुवाहाटी स्थित डॉन बॉस्को स्कूल को रविवार से सात दिन के लिए सील कर दिया गया. यह फैसला एक टीचर के परिवार के लोग और एक अन्य टीचर के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद लिया गया.
सूत्रों ने बताया कि दोनों शिक्षक अधिकारियों को यह सूचित किए बिना कक्षाओं में पढ़ाने जा रहे थे कि वे संक्रमित हैं या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं. इस बारे में सूत्रों ने अधिकारियों को सूचित किया.
कामरूप मेट्रोपोलिटन उपायुक्त विश्वजीत पेगु ने संपूर्ण स्कूल परिसर को 27 फरवरी तक ‘कंटेनमेंट जोन' घोषित किया गया है. इससे अन्य टीचरों-स्टूडेंट्स में संक्रमण फैलने से रोका जा सके. आदेश में कहा गया है कि स्कूल के सभी शिक्षकों को कोविड-19 संबंधी जांच के लिए सोमवार को स्कूल आने का निर्देश दिया गया है.
इस बीच असम सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आ रही गिरावट के कारण हवाईअड्डों और रेलवे स्टेशनों पर एक मार्च से कोविड-19 की जांच की अनिवार्यता समाप्त कर दी है. असम में संक्रमण के कुल 2.17 लाख मामले सामने आ चुके हैं और 1,091 लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें कि कोरोना काल में लंबे समय से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. छात्र ऑनलाइन माध्यम से घरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. इस बीच असम राज्य ने स्कूल कॉलेज खोलने का फैसला लिया था. असम सरकार इसे लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे. यहां 1 सितंबर 2020 से स्कूल व कॉलेज खुल गए थे.
असम के शिक्षा मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने स्कूल कॉलेज खोलने से पहले की गाइडलाइन बताते हुए कहा था कि असम के सभी शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों व कर्मचारियों को कोविड-19 टेस्ट जरूर कराना होगा. इस टेस्ट की रिपोर्ट के अनुसार ही उन्हें एक सितंबर को स्कूल में आने को कहा गया था.
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