अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने 11 क्षेत्रीय भाषाओं में BTech पाठ्यक्रम को मंजूरी दे दी है. इन भाषाओं में हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, बांग्ला, असमी, पंजाबी और उड़िया शामिल हैं. केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी जानकारी दी और AICTE के इस फैसले का स्वागत किया. उन्होंने ट्विटर के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की.
शिक्षामंत्री ने कहा के पीएम मोदी शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को सशक्त बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण आयाम पर जोर देने वाली है. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी इंजीनियरिंग कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषाओं में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के फैसले का स्वागत किया है.
शिक्षामंत्री ने उपराष्ट्रपति का आभार भी व्यक्त किया. नये एकेडमिक सेशन में देश के 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषाओं में BTech की पढ़ाई शुरू की जाएगी. छात्र अपनी लोकल लैंग्वेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे. यह निर्णय शिक्षा नीति 2021 के तहत लिया गया था जिसमें इंजीनियरिंग, मेडिकल की पढ़ाई लोकल लैंग्वेज में शुरू करने का ड्राफ्ट तैयार किया गया था.
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