3 साल पहले दर्ज हुआ था अपहरण का केस, दिल्ली लौटी तो लड़की ने खोला ये राज

2017 में पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली के शालीमार बाग से एक लड़की को अगवा कर लिया गया है. इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. अपहृत लड़की का पता लगाने की बहुत कोशिशें की गई लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला.

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जब पुलिस ने लड़की को बरामद किया तो उसने सारी कहानी बताई जब पुलिस ने लड़की को बरामद किया तो उसने सारी कहानी बताई

तनसीम हैदर

  • दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 7:44 PM IST
  • 3 साल पहले मामा के घर से लापता हो गई थी लड़की
  • पुलिस ने आईएसबीटी से किया बरामद
  • 50 हजार का इनाम किया था घोषित

दिल्ली पुलिस ने 3 साल से लापता एक लड़की को खोज निकाला है. ये लड़की साल 2017 में अपने मामा का घर छोड़कर चली गई थी. पुलिस ने इस लापता लड़की के बारे में सूचना देने वाले को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा भी की थी. पुलिस को पता चला कि लड़की जल्द शादी करने के बजाय आगे की पढ़ाई करना चाहती थी. इसलिए वो घर छोड़कर चली गई थी.

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यह मामला दिल्ली के शालीमार बाग इलाके का है. 2017 में पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली के शालीमार बाग से एक लड़की को अगवा कर लिया गया है. इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी. अपहृत लड़की का पता लगाने की बहुत कोशिशें की गईं लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला.

इसके बाद दिल्ली पुलिस ने साल 2019 में लापता लड़की के बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की थी. इसी दौरान स्टार-2, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर शिव दर्शन की टीम को लड़की के बारे में कुछ जानकारी मिली. हेड कांस्टेबल रामदास को लड़की का पता लगाने और जानकारी को पुख्ता करने का काम सौंपा गया था. सूचना पर एचसी रामदास ने काम करना शुरू किया.

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जांच के दौरान लड़की के रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों से संपर्क किया गया. उसके मोबाइल की सीडीआर का विश्लेषण किया गया. तब पता चला कि लड़की बिहार में कहीं थी. लड़की की तस्वीर भी पुलिस को मिल गई थी. तभी जांच में जुटे हेड कांस्टेबल रामदास को सूचना मिली कि लड़की दिल्ली आ रही है. उन्हें पुख्ता जानकारी मिली कि 18 जनवरी को अपहृत लड़की बस से दिल्ली आ रही है और सुबह आनंद विहार आईएसबीटी पहुंचेगी. 

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इसके बाद पुलिस ने जाल फैलाया और अपहृत लड़की अनीता (बदला हुआ नाम) की पहचान कर उसे बरामद कर लिया गया. अनीता ने पुलिस को बताया कि जब वह छोटी थी, तभी उसके माता-पिता की मौत हो गई थी. उसका एक भाई भी है. वह दिल्ली में अपने मामा के साथ रहती थी. जब वह 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी, तो उसके मामा उसे उनकी पसंद के एक लड़के से शादी करने के लिए मजबूर कर रहे थे, लेकिन वह शादी नहीं करना चाहती थी क्योंकि वह आगे पढ़ाई करना चाहती थी.

अनीता के मुताबिक इसी परेशानी के चलते मई 2017 में उसने किसी को बिना बताए अपने मामा का घर छोड़ दिया और समस्तीपुर, बिहार पहुंच गई. जहां उसकी नानी का घर था. उसके लापता होने के बाद कोई भी उसकी नानी के घर नहीं गया था और उसकी नानी ने भी किसी को इस बारे में नहीं बताया था. अनीता की पढ़ाई में उसकी नानी ने मदद की. उसने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद समस्तीपुर में ही एक नर्सिंग कोर्स में दाखिला ले लिया था.

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लेकिन अनीता को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसके लापता हो जाने के संबंध में दिल्ली के थाने में एक मामला दर्ज किया गया था. बरामदगी के बाद क्राइम ब्रांच ने लड़की को शालीमार बाग पुलिस को सौंप दिया है. अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.

 

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