दिवाली की रात वडोदरा में जमकर बवाल, पुलिस के सामने चले पेट्रोल बम, स्ट्रीट लाइट बंद कर हुई मारपीट

गुजरात के वडोदरा में दिवाली की रात बड़ा बवाल हो गया है. यहां पुलिस के सामने ही पेट्रोल बम तक चलाए गए हैं. वहीं, स्ट्रीट लाइट बंद कर मारपीट को अंजाम दिया गया है. वडोदरा पुलिस के डीसीपी अभय सोनी ने कहा कि पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है. बदमाश स्ट्रीट लाइट बुझाकर बवाल कर रहे थे.

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घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की. (फोटो-एजेंसी) घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पुलिस ने मामले को शांत कराने की कोशिश की. (फोटो-एजेंसी)

aajtak.in

  • वडोदरा,
  • 25 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:47 PM IST

गुजरात के वडोदरा में दो गुटों के बीच दिवाली की रात जमकर हिंसा हुई. ये हिंसा रात 12.30 बजे से लेकर 1 बजे तक हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. लेकिन बदमाशों के हौसले इतने बुलंद थे कि वे पुलिस के सामने पेट्रोल बम फेंक रहे थे. वडोदरा पुलिस के डीसीपी अभय सोनी ने कहा कि पुलिस सीसीटीवी की जांच कर रही है. बदमाश स्ट्रीट लाइट बुझाकर बवाल कर रहे थे.

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वडोदरा पुलिस ने इस मामले में अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उस व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है, जिसने पुलिस अधिकारियों पर पेट्रोल बम फेंका था.

डीसीपी यशपाल जगनिया ने बताया कि पानीगेट में मुस्लिम मेडिकल सेंटर के पास पथराव की घटना हुई है. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कार्रवाई की. स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. सीसीटीवी की जांच की जा रही है और चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक विवाद के दौरान एक गुट ने सड़क पर खड़े वाहनों और कई दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया था. घटना वाला इलाका पानीगेट संवेदनशील क्षेत्र है. यहां सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी रहती है.

इससे पहले वडोदरा में स्कूटरों की टक्कर के बाद भी दो गुटों में हिंसा हो चुकी है. तब हंगामे के दौरान जमकर पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की गई थी. झड़प के बाद रावपुरा और धीकाटा इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया था. 

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हिंसा का एक मामला जून 2022 को गुजरात के आणंद में भी सामने आया था. बोरसद इलाके में दो समुदाय के लोगों में झड़प हो गई थी, जिसमे पत्थर चले थे. एक मंदिर के पास जमीन को लेकर विवाद के बाद ये हिंसा हुई थी. घटना में चार लोग जख्मी हुए थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल तक किया था.

सामुदायिक की घटना इससे पहले गुजरात के खेड़ा में भी सामने आ चुकी हैं. इससे पहले नवरात्रि में खेड़ा में एक गरबा कार्यक्रम के दौरान ज़बरदस्त पत्थरबाजी हुई थी, जिसमें 6 लोग घायल हो गए थे. आरोप था कि इस इलाके के कुछ गरबा कार्यक्रम आयोजित करने का विरोध किया जा रहा था. लेकिन जब गांव के सरपंच और दूसरे लोगों ने उनकी बात नहीं मानी तो लोगों ने गरबा कर रहे लोगों पर पथराव करना शुरू कर दिया. 

इससे पहले सूरत में इस तरह का बवाल सामने आया था. सूरत के गरबा पंडाल में मुस्लिम बाउंसरों की नियुक्ति पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था. वहीं वडोदरा में धार्मिक ध्वज को लेकर दो समुदाय के बीच पत्थरबाजी हुई थी.

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