सलमान खान का घोड़ा खरीदने के चक्कर में महिला से लाखों की जालसाजी, कोर्ट पहुंचा मामला

राजस्थान की रहने वाली महिला का दावा है कि तीन जालसाजों ने उसे 12 लाख रुपये का चूना लगाया, जो उसे एक्टर सलमान खान के स्वामित्व वाले घोड़े को बेचने की पेशकश कर रहे थे.

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अपने फॉर्म हाउस में एक्टर सलमान खान अपने फॉर्म हाउस में एक्टर सलमान खान

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:39 AM IST
  • पुलिस कार्रवाई न होने पर महिला पहुंची HC
  • HC ने महिला को पुलिस के पास जाने को कहा

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के नाम पर एक महिला जालसाजी का शिकार हो गई है. दरअसल, राजस्थान की रहने वाली महिला का दावा है कि तीन जालसाजों ने उसे 12 लाख रुपये का चूना लगाया, जो उसे एक्टर सलमान खान के स्वामित्व वाले घोड़े को बेचने की पेशकश कर रहे थे.

महिला की ओर से पुलिस में दी शिकायत के अनुसार, उससे 11 लाख रुपये नकद और बाकी रकम चेक के माध्यम से ली गई, लेकिन कोई घोड़ा नहीं दिया गया. महिला ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया. राजस्थान हाई कोर्ट ने गुरुवार को उसकी याचिका का निपटारा कर दिया.

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राजस्थान हाई कोर्ट ने महिला को संबंधित पुलिस उपायुक्त के पास जाने को कहा. साथ ही पुलिस को उचित कार्यवाही का निर्देश दिया गया है. आपको बता दें कि एक्टर सलमान खान हॉर्स लवर के रूप में जाने जाते हैं और उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कई तस्वीरें भी शेयर की हैं.

आरोप है कि निर्भय सिंह, राजप्रीत और एक अन्य व्यक्ति ने कथित तौर पर संतोष भाटी को अपने फार्महाउस पर घोड़े के साथ अभिनेता सलमान खान की तस्वीर दिखाई और उसे बताया कि यह घोड़ा बिक्री के लिए उपलब्ध है. याचिकाकर्ता के वकील पी डी दवे ने अपनी शिकायत का उल्लेख किया.

संदिग्धों ने भाटी को आश्वस्त किया कि वे अभिनेता को जानते हैं और पहले भी वह अपने कुछ घोड़े बेच चुके हैं. भाटी भी घोड़ा खरीदने के लिए इच्छुक हो गए और उन्हें घोड़े की कीमत 12 लाख रुपये बताई गई, भाटी ने पैसा दे दिया, लेकिन जब उन्हें उसकी डिलीवरी नहीं मिली, तो उन्होंने पिछले साल अगस्त में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

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कथित तौर पर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद महिला ने जोधपुर में उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की और पुलिस से मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग की गई.

सुनवाई के दौरानएडिशनल एडवोकेट जनरल फरजंद अली ने सिंगल-जज की बेंच के सामने दलील दी कि पुलिस पहले से ही निष्पक्ष जांच कर रही थी. जस्टिस पीएस भाटी ने संबंधित पुलिस उपायुक्त के पास जाने को कहा है.

 

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