दिल्ली के ख्याला इलाके की जेजे कॉलोनी मंगलवार सुबह दिल दहला देने वाली वारदात की गवाह बनी. एक मामूली शक ने रिश्तों की डोर तोड़ दी और घर के भीतर खून की नदियां बह गईं. एक शख्स ने अपनी साली पर इसलिए जानलेवा हमला कर दिया क्योंकि उसे शक था कि उसने उसकी पत्नी को किसी और के साथ भागने में मदद की थी. फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, मृतका नुसरत (39) पेशे से बाउंसर थीं और चार बेटियों की मां थीं. उनका पति जेल में बंद है. परिवार की सारी जिम्मेदारी उसके कंधों पर थी. मंगलवार सुबह करीब 7 बजे आरोपी इस्तेखार अहमद उर्फ बब्बू (49) उसके घर पहुंचा. वह सिक्योरिटी गार्ड का काम करता है और गाजियाबाद के लोनी में रहता है. वो नुसरत से सामान्य बातचीत करने लगा.
नुसरत ने उसके लिए चाय बनाई. इसी दौरान मौका देखकर बब्बू ने अपने टिफिन में छिपाकर लाए चाकू को निकाला और बेरहमी से नुसरत की छाती और गर्दन पर कई बार वार कर दिया. गहरे घाव और अधिक खून बहने की वजह से नुसरत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. चीख-पुकार सुनकर बीच-बचाव करने पहुंची नुसरत की बेटी सानिया (20) पर भी आरोपी ने हमला किया.
इस हमले में नुसरत की बेटी की एक उंगली कट गई और सिर पर गंभीर चोट आई. बड़ी भाभी अकबरी (42) ने भी रोकने की कोशिश की तो बब्बू ने चाकू से वार कर दिया, जिससे उनके सिर और गर्दन पर गंभीर चोटें आईं. दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिवार का एक सदस्य सोनू इस वारदात के वक्त मौजूद था. उसने अपनी आंखों से पूरा घटनाक्रम देखा था.
सोनू ने बताया, "सुबह करीब 7.14 बजे मैंने बब्बू को टिफिन के साथ देखा. सोचा कि काम पर जा रहा होगा. किसी को अंदाजा नहीं था कि टिफिन में चाकू छिपा है. उसने अचानक मौसी नुसरत पर वार कर दिया. जब मेरी कजिन सानिया बचाने आई तो उसकी उंगली काट दी. मेरी मां अकबरी को भी उसने नहीं छोड़ा." मृतका के भाई इमरान ने इस मामले में सवाल उठाया है.
इमरान ने कहा, "मेरी बहन का कसूर क्या था? वो चार बच्चों की परवरिश कर रही थी. जीजा ने उसे बेवजह मौत के घाट उतार दिया. हम न्याय चाहते हैं." वहीं, परिवार की दूसरी ओर से भी यही आरोप सामने आया कि बब्बू का स्वभाव हिंसक था और इसी वजह से उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी. इस वारदात की सूचना सुबह 8.05 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को मिली थी.
पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो दूसरी मंजिल पर नुसरत का शव खून से लथपथ पड़ा था, जबकि दो अन्य गंभीर हालत में घायल थे. फौरन फोरेंसिक और क्राइम टीमें मौके पर बुलाई गईं. नुसरत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. शुरुआती जांच में हत्या की वजह वैवाहिक कलह और शक सामने आया है. आरोपी को शक था कि नुसरत ने उसकी पत्नी को घर से भागने में मदद की है.
इसी शक और गुस्से में उसने यह खौफनाक कदम उठाया. आरोपी को मौके पर ही परिवारवालों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) (हत्या) और 109(1) (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है. पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है.
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