उधार नहीं चुकाने पर हो गया अपहरण, झारखंड पुलिस ने 4 घंटे में पड़ोसी राज्य से कराया मुक्त, फिर आया सच सामने

इस वारदात को जमशेदपुर के बिरसानगर पुलिस थाना क्षेत्र में गुरुवार को अंजाम दिया गया. इस मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बागमुंडी में रहने वाले एक जोड़े सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

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पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत 5 लोगों को पकड़ा है पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत 5 लोगों को पकड़ा है

aajtak.in

  • जमशेदपुर,
  • 01 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 10:26 PM IST

झारखंड के जमशेदपुर से अगवा किए गए एक शख्स को पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए महज चार घंटे में पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से मुक्त करा लिया. पीड़ित निरंजन दास ने कुछ लोगों से एक लाख रुपये का कर्ज लिया था, जिसे वो चुका नहीं पा रहा था. जब वो बार-बार मांगने पर भी उधार का पैसा नहीं दे पाया तो आरोपियों ने उसे अगवा कर लिया और पड़ोसी राज्य ले गए. 

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इस वारदात को जमशेदपुर के बिरसानगर पुलिस थाना क्षेत्र में गुरुवार को अंजाम दिया गया. इस मामले में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के बागमुंडी में रहने वाले एक जोड़े सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पूर्वी सिंहभूम जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) किशोर कौशल ने शुक्रवार को बताया कि इस घटना के पीछे के 30 वर्षीय डॉक्टर उर्फ चमन खान का हाथ था, जो गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल है.

एसएसपी किशोर कौशल ने पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में निरंजन दास की पत्नी आशा दास ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने गुरुवार शाम 6 बजे के आसपास पुलिस को अपहरण की सूचना दी थी. आशा दास ने अपनी शिकायत में कहा था कि एक बोलेरो गाड़ी में सवार करीब 4 से 5 लोग उनके पति निरंजन को बिरसानगर में मौजूद उनके घर से जबरन उठाकर ले गए.

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इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी सेल की मदद ली. पुलिस को इनपुट मिला कि अपहरणकर्ता निरंजन दास को अगाव करके पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की ओर गए थे. इसी इनपुट के आधार पर झारखंड पुलिस ने पुरुलिया पुलिस के साथ समन्वय किया. और फिर परिणामस्वरूप बागमुंडी पुलिस स्टेशन ने एक बोलेरो गाड़ी को रोका.

तलाशी लेने पर उस गाड़ी से निरंजन दास को सुरक्षित बरामद कर लिया गया. पुलिस ने आरोपियों को भी धरदबोचा. इसके बाद पूछताछ में अपहरण के पीछे के मकसद का खुलासा भी हो गया. एसएसपी कौशल ने बताया कि आरोपी चमन खान ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि निरंजन दास ने उससे दोगुना करने का वादा करके एक लाख रुपये उधार लिए थे, लेकिन अब वो रकम वापस नहीं कर रहा था. बार-बार पैसा मांगने पर भी वो खान को बहला रहा था.

पुलिस के मुताबिक, निरंजन के एस रवैये से चमन खान परेशान था. लिहाजा, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ने अपहरण की योजना बनाई. इससे पहले उसने एक बार फिर निरंजन से पैसे वापस करने का अनुरोध किया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया. चमन खान ने यह भी आरोप लगाया कि निरंजन ने इसी तरह बागमुंडी में कई लोगों से धोखाधड़ी की थी.

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पुलिस ने बताया कि चमन खान के अलावा अन्य गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान सुदीप रॉय (32), तपन रजक (45), उनकी पत्नी करुणा रजक (30) और विकास सिंह मुरा (27) के रूप में की गई है. एसएसपी ने कहा कि संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हालांकि इस मामले में अब पीड़ित ही सवालों के घेरे में आ गया है. पुलिस उसके खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी, ये देखने वाली बात होगी.
 

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