गाजा में जारी सीजफायर के बीच शनिवार को हमास ने छह इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है. सभी बंधकों आईडीएफ और आईएसए की संयुक्त निगरानी में उनके घरों के लिए भेजा जा रहा है. इससे पहले इजरायली सेना के जवानों ने बंधकों को सलाम करने के बाद उन्हें गले लगाया. इसके बाद उनकी मेडिकल जांच की गई. इन बंधकों के बदले इजरायल ने 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है.
ये अदला-बदली दक्षिणी गाजा के शहर रफाह में हुई है. यहां नकाबपोश हमास के लड़ाके बंधकों को रेड क्रॉस एम्बुलेंस में रखने से पहले एक मंच पर लाए. सबसे पहले दो बंधकों ताल शोहम (40) और अवेरा मेंगिस्टू (39) को रिहा किया गया. फिर एक के बाद एक छह बंधकों को हमास ने अपने चंगुल से आजाद कर दिया. इनमें ओमर शेम टोव, एलिया कोहेन, हिशाम अल-सईद और ओमर वेंकर्ट का नाम भी शामिल है.
इससे पहले गुरुवार को चार इजरायली बंधकों के शव हमास ने रेड क्रॉस को सौंपे थे. ये पहली बार था जब हमास ने युद्धविराम के बीच बंधकों के शव लौटाए. इजरायल ने स्पष्ट किया है कि जब तक डीएनए जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वो आधिकारिक रूप से उनकी पहचान की पुष्टि नहीं करेगा. इनमें एक महिला शिरी बिबास और उनके दो छोटे बच्चे शामिल थे. उन्हें अक्टूबर 2023 में हमास ने अगवा कर लिया था.
हमास ने बीते साल नवंबर में ही दावा कर दिया था कि शिरी बिबास और उनके दोनों बच्चे इजरायली हवाई हमले में मारे गए हैं. हालांकि, इजरायल ने हमास के इस दावे को नहीं माना था. उधर संघर्ष विराम समझौते के तहत इजरायल भी लगातार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर रहा है. फिलहाल कैदियों और बंधकों की अदला-बदली के बीच गाजा में जंग थमी हुई है. गाजा को संवारने की कोशिशें भी तेज कर दी गई हैं.
बताते चलें कि इससे पहले इजरायली सेना ने लेबनान में हमास के ऑपरेशन हेड मुहम्मद शाहीन को मार गिराया था. सीडोन इलाके में आईडीएफ हमले में उसकी मौत हो गई. शाहीन हमास का एक शीर्ष कमांडर था, जो कि इजरायली नागरिकों के खिलाफ विभिन्न आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार था. वो ईरान के इशारे पर साजिश को अंजाम दिया करता था. दो साल पहले इजरायल में हुए नरसंहार में भी शामिल था.
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