Gujarat: मां-बेटी से बलात्कार के बाद हत्या के मामले में आरोपी को कोर्ट ने दिया दोषी करार, सजा का ऐलान आज

Surat Rape Case: शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम से पता चला कि लड़की के साथ बलात्कार किया गया था और उसे गंभीर तरीके से मारा गया था.

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कोर्ट ने आरोपी को ठहराया दोषी. (फाइल फोटो) कोर्ट ने आरोपी को ठहराया दोषी. (फाइल फोटो)

गोपी घांघर

  • सूरत ,
  • 05 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:06 PM IST
  • सूरत के पांडेसरा का है मामला
  • साल 2018 का है ये केस

गुजरात के सूरत में मां और बच्ची से दुष्कर्म और बाद में हत्या के मामले जिला अदालत ने हर्ष गुर्जर नाम के आरोपी को दोषी करार दिया है. इस में मदद करने वाले दूसरे आरोपी हरिओम गुर्जर को भी दोषी करार दिया गया है. अदालत दोनों ही आरोपियों की सजा का ऐलान आज करेगी.

दरअसल, अप्रैल 2018 में मासूम बच्ची और उसकी मां की हत्या कर झाड़ियों में लाश को फेंक दिया था. मां और बच्ची को पीट-पीटकर मार डाला. 6 अप्रैल, 2018 को पांडेसरा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था और पूरे अपराध को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सुलझाते हुए आरोपी को पकड़ा गया था.

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उस समय पांडेसरा में करीब 4 दिन की अवधि में मां के शव के बाद बच्ची का शव मिला था. पुलिस ने दोनों की पहचान के लिए देश के सभी राज्यों में करीब 6500 पोस्टर लगाए और परिवार को खोजने की कोशिश की. हालांकि कोई सफलता नहीं मिली. पूरे मामले का पता तब चला जब 56 सेकेंड के सीसीटीवी फुटेज ने काली कार की पहचान कर ली थी.  

पुलिस ने उसी काली कार के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और जब आरोपी ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया तो पुलिस भी हैरान रह गई. राजस्थान के एक गांव से मां-बेटी को काम दिलाने के बहाने सूरत जिले के कामराज गांव लाया गया था, जहां निर्माण स्थल पर काम दिया गया. इस वहां एक शख्स हर्ष गुर्जर ने 35 हजार में बच्ची की मां को खरीदा और पांडेसरा में रहने के लिए अपने साथ लाया. दूसरी महिला के आने को लेकर हर्ष और उसकी पत्नी के बीच झगड़ा हो गया.

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इसके बाद आरोपी महिला को एयरपोर्ट रोड पर एक झाड़ी के पास ले गया और हत्या कर पहले उसका शव फेंक दिया और फिर मासूम की बेटी को अपने साथ अपने घर में रख लिया. परिवार लड़की को लेकर सवाल उठा सकता है, इस डर से आरोपी ने लड़की की भी हत्या कर दी और उसे घर से कुछ दूरी पर ले जाकर फेंक दिया.

पुलिस पूछताछ में कार के मालिक रामनरेश ने पहले तो अपना मुंह नहीं खोला, लेकिन पुलिस ने जोर दिया तो स्वीकार किया कि उसके मकान मालिक के भाई हर्ष ने 6 अप्रैल, 2018 को उसकी कार ली थी और सुबह 4.30 बजे लौट आया. जब रामनरेश ने उससे इस बारे में पूछा तो उसने कहा जो लड़की मेरे साथ रहती थी, वह मर गई इसलिए उसके अंतिम संस्कार के लिए कार ले गया था.

आरोपी हर्ष गुर्जर अपने परिवार के साथ सूरत में रह रहा था. शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम से पता चला कि लड़की के साथ बलात्कार किया गया था और उसे गंभीर तरीके से मारा गया था. अखबारों में रिपोर्ट पढ़ने के बाद हर्ष गुर्जर किराए का मकान छोड़कर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर के लिए निकल गया था.

 

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