दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़त के साथ ही प्लाज़्मा की डिमांड ने भी रफ्तार पकड़ ली है. इस बीच सेंट्रल दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल ने प्लाज़्मा डोनेशन के लिए कैम्पेन शुरू करने की तैयारी कर ली है.
LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि जनवरी से लेकर फरवरी तक कोरोना के मामले कम हो गए थे, इसलिए प्लाज़्मा डोनर अस्पताल में कम पहुंच रहे थे. लेकिन अब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तो रोजाना 10 से 12 प्लाज़्मा की डिमांड आ रही है, जबकि प्लाज़्मा डोनर की संख्या कम है. हालांकि LNJP अस्पताल के प्लाज़्मा बैंक में पर्याप्त स्टॉक है. डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि प्लाज़्मा से बहुत से कोरोना मरीज़ो की ज़िंदगी बचाई गयी है.
वहीं मेडिकल साइंस के सबसे बड़े जनरल न्यू इंग्लैंड जनरल मेडिसिन ने प्लाज़्मा थैरेपी को साफ तौर से सफल बताया है. कोरोना से ठीक हो चुके लोग अस्पताल आकर प्लाज़्मा दान करें ताकि दूसरे कोरोना मरीज़ों की जान बचाई जा सके. प्लाज़्मा दान करना एक पुण्य का काम और राष्ट्रहित मे बड़ा योगदान है.
प्लाज़्मा की कमी सामने आने के बाद अब LNJP अस्पताल प्लाज़्मा डोनेशन के लिए कैम्पेन शुरू करने जा रही है. डॉ सुरेश कुमार ने 'आजतक' को बताया कि इससे पहले दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने 100 से ज्यादा की संख्या में प्लाज़्मा डोनेट किया था. उन्होंने कहा कि अब अगले फेज़ में RWA के साथ मिलकर प्लाज़्मा डोनेशन की मुहिम शुरू करने जा रहे हैं. साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर में आने वाले लोगों से अपील की जा रही है कि अगर उनके आसपास या रिश्तेदार कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो वो प्लाज़्मा दान करने ज़रूर जाएं. इसके अलावा डॉ सुरेश ने ये भी दावा किया कि प्लाज़्मा न मिलने को लेकर अस्पताल में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है. अस्पताल के प्लाज़्मा बैंक में पर्याप्त स्टॉक मौजूद है.
आपको बता दें कि इस साल देश की राजधानी में कोरोना के मामले 4 हजार का आंकड़ा पर कर चुके हैं तो वहीं दिल्ली में अचानक प्लाज़्मा की डिमांड भी बढ़ गयी है. इसके उलट प्लाज़्मा दान करने वालों की संख्या में कमी दर्ज की जा रही है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोरोना से ठीक हो चुके लोगों से प्लाज़्मा दान करने की अपील की है. सत्येंद्र जैन ने बताया कि पिछले 3 से 4 महीने में कोरोना मामले कम दर्ज हो रहे थे, इसलिए प्लाज़्मा दान करने वाले योग्य लोगों की कमी है. पिछले 25 दिनों में अचानक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि इससे पहले कोरोना के मरीज बेहद कम थे. स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि कोरोना से ठीक होने वाला शख्स कम से कम 15 दिन बाद ही प्लाज़्मा दान कर सकता है.
पिछले साल साउथ दिल्ली के ILBS अस्पताल और सेंट्रल दिल्ली के LNJP अस्पताल में प्लाज़्मा बैंक बनाया गया था. इन दोनों ही अस्पतालों में प्लाज़्मा दान करने की व्यवस्था भी है. डॉक्टर्स का कहना है कि कोई भी कोरोना मरीज ठीक होने के 15 दिन बाद से अगले 3 महीने तक प्लाज़्मा दान कर सकता है.
पंकज जैन