नहीं घटेगी आपकी टेक होम सैलरी... सरकार ने दूर किया कंफ्यूजन, समझें पूरा कैलकुलेशन

नए लेबर कोड के तहत टेक होम सैलरी पर कटौती को लेकर सरकार ने पूरा कंफ्यूजन दूर कर दिया है. सरकार ने बताया है कि कैसे आपकी टेक होम सैलरी कम नहीं होगी, चाहे आपका बेसिक पे क्‍यों नहीं बढ़ जाए? आइए समझते हैं पूरा कैलकुलेशन...

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नए लेबर कोड के 10 बड़े फायदे. (Photo: File/ITG) नए लेबर कोड के 10 बड़े फायदे. (Photo: File/ITG)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 11 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:33 PM IST

नए श्रम कानून के नोटिफाई होने से सैलरी और टेक होम सैलरी को लेकर कई सवाल और भ्रम पैदा हुए हैं, लेकिन अब श्रम मंत्रालय ने इसे स्‍पष्‍ट कर दिया है. बुधवार को मंत्रालय ने कहा कि जिन कर्मचारियों के PF की कटौती 15000 रुपये की वेज सीलिंग के आधार पर होती है, उनकी टेक होम सैलरी में कोई कमी नहीं आएगी.

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मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर बताया कि नए श्रम कानूनों के अनुसार, अगर आपके पीएफ की कटौती 15000 रुपये की वेज सीलिंग पर आधारित है तो आपकी टेक होम सैलरी में कोई कमी नहीं आएगी. पीएफ कटौती इसी आधार पर होगी और इससे ज्‍यादा का कोई भी कंट्रीब्‍यूशन आपके ऊपर निर्भर करेगा, लेकिन अनिवार्य नहीं होगा. अगर आपकी PF कटौती वेज सीलिंग पर नहीं होती है, तो ही आपकी टेक होम सैलरी प्रभावित होगी. 

15000 रुपये तक पीएफ कटौती अनिवार्य

इसलिए अगर आपकी बेसिक सैलरी 15,000 रुपये से कम है और नए श्रम कानूनों के तहत आपका संशोधित वेतन बढ़ता है. साथ ही PF की कटौती वेज सीलिंग पर होती है तो 15000 रुपये तक की बेसिक सैलरी पर अनिवार्य PF कटेगा, उसके ऊपर कटौती ऑप्‍शनल होगी. इसका मतल‍ब है कि नए श्रम कानून लागू होने पर भी आपकी टेक होम सैलरी कम नहीं होगी. हालांकि कई कंपनियां वेज सीलिंग पर पीएफ नहीं, बल्कि पूरे बेसिक पर पीएफ (PF on Actual)  काटती हैं. ऐसे में आपके कंपनी के पॉलिसी के आधार पर भी पीएफ कंट्रीब्‍यूशन निर्भर करेगा और आपकी टेक होम सैलरी प्रभावित होगी. 

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60 हजार रुपये के ऊपर PF कटौती का कैलकुलेशन 
मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया पोस्‍ट में उदाहरण के तौर पर 60,000 रुपये की मंथली सैलरी के आधार पर पीएफ कटौती का कैलकुलेशन भी दिया है. इसमें पूरे बेसिक सैलरी पर पीएफ डिडक्‍शन के साथ ही साथ 15000 रुपये की वेज सीलिंग पर होने वाले डिडक्‍शन दोनों की जानकारी दी गई है. इस उदाहरण के आधार पर पूरी बेसिक सैलरी के आधार पर कंट्रीब्यूशन का कैलकुलेशन कुछ इस प्रकार है... 

  • अगर किसी कर्मचारी की कुल मंथली सैलरी 60 हजार रुपये है और इसमें बेसिक सैलरी 20 हजार रुपये और अन्‍य भत्ता 40 हजार रुपये है. 
  • मौजूदा नियम के अनुसार पूरी बेसिक सैलरी के आधार पर पीएफ डिडक्‍शन हो तो एंप्‍लॉयर का 12% कंट्रीब्‍यूशन और एम्‍प्‍लाई का 12% कंट्रीब्‍यशन, दोनों ही बेसिक सैलरी 20 हजार रुपये पर कैलकुलेट होगा. यह 2400+2400 = 4800 रुपये होगा.
  • लेकिन नए लेबर कोड (New Labour Code) के लागू होने पर यह कंट्रीब्‍यूशन 20,000 रुपये + 10,000 रुपये यानी 30,000 रुपये पर करना होगा. 
  • अगर ऐसा हुआ तो दोनों का कंट्रीब्‍यूशन 3600 + 3600 =7200 रुपये हो जाएगा.
  • नए लेबर कोड में 10 हजार रुपये इसलिए बढ़ जाएगा, क्‍योंकि 50% बेसिक पे का नियम लागू होगा. इसलिए 10,000 रुपये की यह रकम भी पीएफ की गणना के लिए वेज में जोड़ दी जाएगी.

लेकिन अगर 15,000 रुपये की वेज सीलिंग के आधार पर पीएफ कैलकुलट करें तो 15000 रुपये की बेसिक सैलरी पर ही पीएफ का कैलकुलेशन होगा. इसका मतलब है कि आप और आपकी कंपनी 1800- 1800 रुपये का कंट्रीब्‍यूशन देंगे और 60,000 रुपये की सैलरी होने के बावजूद कुल पीएफ कटौती 3600 रुपये की ही होगी. ऐसे में आपकी टेक होम सैलरी 56,400 रुपये होगी. 

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फिर किन कर्मचारियों की घट सकती है सैलरी
मंत्रालय की ओर से दिए गए स्‍पष्‍टीकरण में यह साफ हो चुका है कि उन कर्मचारियों की टेक होम सैलरी ही कम होगी, जिनका  पीएफ डिडक्‍शन मिनिमम वेज सीलिंग के आधार पर नहीं है. इससे यह भी साफ होता है कि 15000 रुपये के ऊपर की बेसिक सैलरी होने पर पीएफ कंट्रीब्‍यूशन बढ़ाना कर्मचारी के ऊपर निर्भर करता है.

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