देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद का इंदिरापुरम इलाका रियल एस्टेट का नया हॉटस्पॉट बनता जा रहा है. पिछले 4 सालों में प्रॉपर्टी के रेट में बेतहाशा तेजी देखी गई है. फाइनेंशियल ईयर 2021 से 2025 के बीच प्रॉपर्टी की कीमतों में औसतन 73% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जो कि पूरे शहर में इसी दौरान हुई 38% की बढ़ोतरी से कहीं ज्यादा है. आखिर क्या वजह है कि इंदिरापुरम गाजियाबाद का हॉटस्पॉट बन गया है?
इंदिरापुरम गाजियाबाद का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो अपनी कनेक्टिविटी के कारण निवेशकों और घर खरीदारों को आकर्षित कर रहा है. यह क्षेत्र दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के पास है और मेरठ एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस जैसी सड़कों से जुड़ा हुआ है. यहां शिप्रा मॉल, डीपीएस इंदिरापुरम और यशोदा मेडिसिटी जैसे अच्छे स्कूल और अस्पताल हैं, जो इसे परिवारों के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं.
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), जो जल्द ही पूरी तरह शुरू होने वाला है, इस क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की उम्मीद है. RRTS कॉरिडोर में सहारनपुर, गाजियाबाद और दुहाई जैसे अहम स्टेशन हैं, जिनमें इंदिरापुरम के सबसे नजदीक सहारनपुर स्टेशन है. ये कॉरिडोर दिल्ली, सेंट्रल गाजियाबाद और मेरठ तक का सफर मिनटों में पूरा कर देगा, जिससे इंदिरापुरम कामकाजी लोगों और परिवारों के लिए और आकर्षक बन जाएगा.
इसके अलावा, दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन भी कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाती है, जिससे दिल्ली-NCR के प्रमुख कमर्शियल हब्स तक रोज़ाना का सफर आसान हो जाता है. इस क्षेत्र में मध्यम से लंबी अवधि में कीमतें स्थिर रहने और शायद बढ़ने की संभावना है. इससे घर खरीदने वालों और निवेशकों, दोनों के लिए रिहायशी सेगमेंट में अच्छे मौके मिल सकते हैं.
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जीडीए की नई योजनाएं, जैसे इंदिरापुरम और नोएडा के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी और आवासीय भूखंडों का विकास, इस क्षेत्र को और आकर्षक बनाएंगे. इसके अलावा, प्रीमियम और अल्ट्रा-लक्जरी प्रॉपर्टी की बढ़ती मांग से यह स्पष्ट है कि इंदिरापुरम दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरा है.
हालांकि, इंदिरापुरम की वृद्धि के साथ कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं. सड़कों की खराब स्थिति और जलभराव की समस्या भी निवासियों के लिए चिंता का विषय रही है. हालांकि, हाल ही में ₹117 करोड़ की लागत से चार प्रमुख सड़कों और ₹3 करोड़ की लागत से 20 से अधिक आंतरिक सड़कों के पुनर्निर्माण की योजना बनाई गई है, जो इन समस्याओं को हल करने में मदद करेगी.
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