गोवा, जिसे लंबे समय से एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में देखा जाता रहा है, अब रियल एस्टेट की कीमतों और होटल के किरायों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, महामारी के बाद की तेजी के बाद यह पहली बार है जब यहां इस तरह की गिरावट आई है. हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट उद्योग के जानकारों का हवाला देते हुए, रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कैलेंडर वर्ष में दरों में 15-20 प्रतिशत की कमी आई है.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक गिरावट उत्तरी गोवा के होटलों में देखी जा रही है, खासकर स्वतंत्र यात्रियों (free and independent traveller) के सेगमेंट में.
गोवा का रियल एस्टेट और होटल उद्योग, जो अब तक तेजी से बढ़ रहा था, अब कीमतों में गिरावट का सामना कर रहा है. उत्तरी गोवा के विला में 2025 की पहली छमाही में अधिक आपूर्ति के कारण कीमतों में सुधार देखा गया है, वहीं दूसरी ओर, दक्षिणी गोवा में सीमित आपूर्ति के कारण कीमतें मजबूत बनी हुई हैं.
गोवा में कीमतों का रुझान कमजोर होने के बावजूद, देश भर के कई प्रॉपर्टी डेवलपर्स राज्य में नए प्रोजेक्ट्स शुरू कर रहे हैं. वर्तमान समय को 'कूलिंग-ऑफ' चरण के रूप में बताया जा रहा है, क्योंकि नए होटलों और विला की आपूर्ति बढ़ गई है. हालांकि, भविष्य के लिए दृष्टिकोण अभी भी आशावादी बना हुआ है, क्योंकि नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शुरू होने से पूरे देश में कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है.
गोवा पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में 5.4 मिलियन से अधिक पर्यटक गोवा आए. इन 5.4 मिलियन पर्यटकों में से 5.18 मिलियन घरेलू पर्यटक थे, जबकि 271,000 अंतरराष्ट्रीय पर्यटक थे. जनवरी सबसे मजबूत महीना साबित हुआ, जिसमें 1 मिलियन पर्यटक दर्ज किए गए, जिनमें 986,000 घरेलू और लगभग 70,000 विदेशी पर्यटक शामिल थे. फरवरी में 905,000 पर्यटक आए, जिनमें 844,000 घरेलू और 61,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय यात्री थे. मार्च में 889,000 पर्यटकों की संख्या दर्ज की गई, जिसमें से 832,000 भारत से और लगभग 56,000 विदेश से थे.
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