कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपने ट्विटर (अब X) हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए अपनी एक छोटी सी यात्रा के बारे में बताया है, जो दिल्ली में एक किराना स्टोर की है. इस स्टोर का दौरान करने के बाद उन्होंने अपनी पोस्ट शेयर कर लिखा कि क्विक कॉमर्स का विस्तार स्थानीय किराना दुकानों के लिए बड़ी मुसीबत बने हैं और इनके चलते ये तेजी से बंद होते जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है.
दिल्ली के भोगल की दुकान पर पहुंचे राहुल
राहुल गांधी दिल्ली के भोगल स्थित अशोक कुमार गोयल के किराना स्टोर में पहुंचे थे. यहां पहुंचकर उन्होंने स्टोर ऑनर्स से हाथ मिलाया और क्विक कॉमर्स से किराना दुकानदारों के ऊपर बढ़े प्रेशर के बारे में जानकारी ली. तब दुकानदार ने बताया कि हम भी क्विक कॉमर्स के दौर में वो भी फ्री होम डिलीवरी शुरू कर चुके हैं, लेकिन तमाम प्लेटफॉर्म्स द्वारा कैशबैक और अन्य बेनेफिट्स दिए जाने के चलते उनके हालात जस के तस बने हुए हैं.
दुकान पर बैठकर सामान भी बेचा
Rahul Gandhi ने वहां मौजूद लोगों को कंपाउंडिंग का गणित समझाते हुए कहा कि एक-एक रुपया जमा करने से भी अगले 10 साल में बड़ा अमाउंट बन जाता है और उनसे बिजनेस के साथ इन्वेस्टमेंट के बारे में पूछते हुए सलाह भी दी. क्विक कॉमर्स के पड़ रहे बुरे असर का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर यही जारी रहा और आपका कारोबार बैठ जाएगा और ऐसे में आप क्या करेंगे? इस पर किराना स्टोर्स ऑनर्स ने कहा कि अगर हम कुछ बेच रहे हैं, तो फिर उससे होने वाली इनकम से तमाम लोगों को फायदा हो रहा है, लेकिन क्विक कॉर्मर्स इस पूरी चेन को ही खत्म हो जाएगी. इस बीच जीएसटी को लेकर दुकानदारों ने कहा कि पहले से चार गुना तक टैक्स देना पड़ रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि MSME के लिए जीएसटी का प्रेशर अलग से पड़ रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इसके साथ ही इस किराना स्टोर में दुकानदार बने भी नजर आए. उन्होंने दुकान के काउंटर पर बैठकर मौजूद ग्राहकों को सामान दिए और उनसे पैसे लेकर छुट्टे पैसे भी वापस किए. राहुल गांधी ने इसे एक गजब एक्सपीरियंस बताया.
अपनी पोस्ट में लिखी ये बड़ी बात
इस यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा, कि किराना स्टोर्स सिर्फ सामान बेचने के माध्यम भर नहीं हैं, बल्कि इनके कस्टमर्स के साथ इमोशनल और कल्चरल कनेक्शन होते हैं, लेकिन क्विक कॉमर्स बिजनेस के तेजी से बढ़ने के कारण हजारों किराना स्टोर बंद हो रहे हैं, जो कि चिंताजनक है. उन्होंने आगे कहा कहा कि ऐसे समय में हमें एक बैलेंस बनाने की जरूरत है, क ऐसा सिस्टम जो टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को प्रोत्साहित करे, लेकिन उनके कारण जो गंभीर रूप से प्रभावित हों उन्हें भी मिल सके.
'छोटे कारोबारियों का न हो नुकसान'
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि जब हमारी अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में बदलाव हो रहा हो और हम ग्लोबल ट्रेंड्स के हिसाब से लगातार आगे बढ़ रहे हैं, तब यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी हो जाता है कि छोटे कारोबारियों और MSME उद्योगों का नुकसान न हो. यही नहीं अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कांग्रेस नेता ने अपनी पोस्ट में इस मामले में लोगों की राय भी मांगी और लिखा कि आपके पास कोई सुझाव है या आप कोई कहानी हमारे साथ शेयर करना करना चाहते हैं, तो कृपया यहां आवाज भारत की पर भेजें.
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