शेयर बाजार (Stock Market) में मंगलवार को हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर आईपीओ की लिस्टिंग हुई और ये जोरदार रही. Highway Infra Share मार्केट डेब्यू करते हुए बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंजों पर 67% के प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ. इसका अपर प्राइस बैंड 70 रुपये था, लेकिन इसकी लिस्टिंग बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 117 रुपये पर हुई. यही नहीं इस शेयर के लिस्ट होने के तुरंत बाद ही इसमें 5 फीसदी का अपर सर्किट भी लगा यानी इसने निवेशकों को फायदे पर फायदा कराया है.
लिस्ट होते ही निवेशकों को कमाई
Highway Infrastructure IPO सब्सक्रिप्शन के लिए बीते 5 अगस्त को ओपन हुआ था और निवेशकों ने इसमें 7 अगस्त तक बोलियां लगाई थीं. शुरुआत में इसका ग्रे-मार्केट प्रीमियम गिरा हुआ था, लेकिन लिस्टिंग डे तक आते-आते ये भी उछाल मारने लगा. अब इसकी शेयर मार्केट (Share Market) में एंट्री हो गई है और इसके शेयर अपने 70 रुपये के प्राइस बैंड की तुलना में बीएसई पर 117 रुपये पर लिस्ट हुए, जबकि एनएसई पर इसका लिस्टिंग प्राइस 115 रुपये रहा.
IPO को मिला था जबरदस्त रिस्पांस
बता दें कि हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर आईपीओ को निवेशकों का जोरदार रिस्पांस मिला था और इसे आखिरी दिन तक 300 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब्ड किया गया था. इसका साइज 130 करोड़ रुपये था, जिसमें 97.52 करोड़ रुपये मूल्य के फ्रेश शेयर जारी किए गए थे, तो 32.48 करोड़ रुपये वैल्यू के शेयरों को ऑफर फॉर सेल के जरिए बिक्री के लिए पेश किया गया था. आम निवेशकों के लिए खुलने से एक दिन पहले इसने एंकर इन्वेस्टर्स से 23.40 करोड़ रुपये जुटाए थे.
इस आईपीओ को कुल 316 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था और इसका नॉन इंस्टीट्यूशनल बायर्स का कोटा 473.10 गुना, क्वालिफाइड इन्वेसटर्स का कोटा 432.71 गुना सब्सक्राइब्ड हुआ था. इसके अलावा रिटेल निवेशकों से इस आईपीओ को 164.48 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ था.
इधर हुआ लिस्ट, उधर लगा अपर सर्किट
Highway Infra IPO ने न सिर्फ अपने निवेशकों को लिस्टिंग गेन दिया, बल्कि लिस्ट होते ही इस कंपनी के शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट (Upper Circuit) भी लग गया और ये बढ़कर 122.84 रुपये के लेवल पर ट्रेड करने लगा. साल 1995 में स्थापित ये कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट फर्म है और यह टोल कलेक्शन, ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) प्रोजेक्ट्स और रियल एसेट्स डेवलपमेंट से जुड़ी हुई है.
पैसे लगाने वालों को फायदे का कैलकुलेशन
अब बात करते हैं कि मार्केट में जोरदार डेब्यू करने वाले हाईवे इंफ्रा के आईपीओ में पैसे लगाने वाले निवेशकों को इसकी लिस्टिंग के साथ ही कितने पैसों का फायदा हुआ. तो बता दें कि कंपनी ने IPO लॉन्च करते समय इसके लिए 211 शेयरों का लॉट साइज तय किया था. इसका मतलब है कि किसी भी निवेशक को कम से कम इतने शेयरों के लिए बोली लगानी थी.
प्राइस बैंड के हिसाब से अगर किसी ने एक लॉट के लिए बोली लगाई थी, तो उसने 14,770 रुपये का निवेश किया होगा. वहीं लिस्टिंग प्राइस और अपर सर्किट लगने के बाद भाव के आधार पर देखें, तो उसकी लगाई गई रकम झटके में बढ़कर 25,919 रुपये हो गई. यानी उसे सीधे 11,149 रुपये का फायदा हुआ.
(नोट- शेयर बाजार या आईपीओ में पैसे लगाने से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)
आजतक बिजनेस डेस्क