'सबकुछ सॉर्ट आउट, मार्च तक डील नहीं हुई तो...' India-US समझौते पर CEA का बड़ा अपडेट

भारत और अमेरिका के बीच व्‍यापार समझौते को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच ज्‍यादातर चीजें सॉर्ट आउट हो चुकी हैं.

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भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर बड़ा अपडेट. (Photo: File/Reuters) भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर बड़ा अपडेट. (Photo: File/Reuters)

आजतक बिजनेस डेस्क

  • नई दिल्‍ली,
  • 11 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:04 PM IST

भारत और अमेरिका के बीच सभी चीजें लगभग 'सॉर्ट आउट' हो चुकी हैं और व्‍यापार चर्चा को लेकर कोई बड़ी समस्‍या या उलझन नहीं दिखाई दे रही है. ऐसा कहना है कि भारत के चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंथा नागेश्वरन का. ब्‍लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्‍यू में उन्‍होंने भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार समझौते को लेकर चर्चा पर यह बड़ा अपडेट दिया है. 

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नागेश्‍वरन ने कहा कि अगर भारत और अमेरिका के बीच मार्च 2026 तक डील पूरी नहीं होती है तो मुझे इसका आश्‍चर्य होगा, क्‍योंकि दोनों देशों के बीच लगभग सभी बड़ी समस्‍याएं सॉल्‍व हो चुकी हैं. मुझे पूरा यकीन है कि मार्च तक ये डील पूरी हो जाएगी. 

डील की डेडलाइन तय करना मुश्किल
नागेश्‍वरन ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि नवंबर के अंत तक कुछ हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इसलिए इस बारे में कोई तय डेडलाइन बताना मुश्किल है. हालांकि अगर वित्तीय र्ष के अंत तक यह मामला सुलझ नहीं पाता है तो मुझे आश्‍चर्य होगा. इसके अलावा, नागेश्वरन ने कहा कि वित्त वर्ष 2027 के आर्थिक नजरिए में सकारात्मक गति है.

नागेश्‍वरन ने बताया- क्‍यों हुई डील में देरी? 
शुरुआत में भारत और अमेरिका ने इस साल के अंत तक व्‍यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने पर सहमति जताई थी. हालांकि दोनों देश समय सीमा से पहले समझौता करने में विफल रहे. पिछले कुछ सप्‍ताह में भारत ने विश्‍वास दिखाया है कि समझौता साल के अंत तक पूरा हो सकता है. व्‍यापार समझौते में देरी को लेकर नागेश्‍वरन ने भू-राजनीति को जिम्मेदार ठहराया है. 

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भारतीय वस्‍तुओं पर व्‍यापार शुल्‍क के बावजूद सीईए ने कहा कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था काफी अच्‍छी तेजी दिखा रही है. निर्यातकों ने टैरिफ इफेक्‍ट का सामना करने में कामयाबी हासिल की है और अन्‍य मार्केट में पहुंच हासिल करके इसके इम्‍पैक्‍ट को थोड़ा कम किया है. इसके अलावा, उन्‍होंने कहा कि ग्‍लोबल अनिश्‍चतताओं के बीच इस समय कमजोर रुपया एक्‍सपोर्ट सेक्‍टर के लिए फायदेमंद साबित हुआ है. 

जल्‍द समझौता करने की कोशिश
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर का यह बयान तब आया है, जब अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने कहा था कि भारत ने 'अमेरिका को एक देश के तौर पर अबतक मिले सबसे अच्‍छा प्रस्‍ताव' दिया है. दोनों देश एक समझौते के लिए एक दूसरे देश के साथ चर्चा कर रहे हैं. 

गौरतलब है कि अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी का एडिशनल टैरिफ लगाया है और बेसिक टैरिफ 25 फीसदी है. दोनों मिलाकर कुल 50 फीसदी का टैरिफ भारतीय वस्‍तुओं पर लगाया गया है. हालांकि इस बीच, भारत ने कई अन्‍य देशों के साथ डील की है और फ्री ट्रेड डील को लेकर भी कई देशों से बातचीत जारी है. 

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