समस्तीपुर जिले में दलसिंहसराय के सहायक जेल अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए दो बच्चों की मां ने शुक्रवार को एसपी कार्यालय के बाहर अपने हाथ की नस काट ली. घटना के बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने तुरंत महिला को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है. यह मामला पिछले कई दिनों से जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
महिला का आरोप है कि सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार ने 2022 में गया के एक मंदिर में उससे शादी की थी. महिला का कहना है कि शादी के बाद दोनों पति-पत्नी की तरह रहे और आदित्य उसके बच्चों से भी अपने बच्चे की तरह प्यार करते थे. लेकिन अब, माता-पिता के दबाव में आकर अधिकारी उसे अपनाने से पूरी तरह इनकार कर रहे हैं.
महिला ने दोनों हाथ की नस काटी
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब 1 दिसंबर को महिला अचानक दलसिंहसराय के सहायक जेल अधीक्षक के सरकारी आवास पर पहुँच गई और खुद को अधिकारी की पत्नी बताते हुए घंटों हंगामा किया. महिला का कहना है कि अधिकारी ने उसे घर से निकाल दिया है और मारपीट भी की है. वह बीते कई दिनों से न्याय की मांग कर रही थी.
पुलिस ने उस दिन महिला को आवास से हटाकर थाने ले गई थी. बाद में अधिकारी और महिला दोनों की बात एसपी के सामने भी सुनी गई. महिला का आरोप है कि एसपी के सामने अधिकारी पहले उसे रखने को तैयार थे, लेकिन माता-पिता के पहुंचने के बाद अचानक इनकार कर दिया.
इलाज के लिए महिला को अस्पताल पहुंचाया
महिला का कहना है कि इसी बात से आहत होकर वह शुक्रवार को फिर से एसपी कार्यालय पहुंची थी. जब उसे एसपी से मुलाकात नहीं मिली, तो उसने अचानक अपने दोनों हाथों की नस काट ली. इससे एसपी ऑफिस के बाहर अफरातफरी का माहौल बन गया. पुलिस ने तुरंत उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया.
इलाज के बाद महिला ने बताया कि उसके पास कई फोटो और वीडियो सबूत हैं, जिनमें वह और अधिकारी पति-पत्नी की तरह साथ दिख रहे हैं. महिला का दावा है कि वह 20 नवंबर से सहायक जेल अधीक्षक के सरकारी आवास में ही रह रही थी. उसने बताया कि पहले अधिकारी उसका पूरा ख्याल रखते थे, लेकिन माता-पिता के आने के बाद उनका व्यवहार बदल गया.
प्रेम प्रसंग में महिला ने उठाया ये कदम
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी के माता-पिता ने उसके विवाह और बच्चों को लेकर आपत्ति जताई और इसी दबाव में अधिकारी ने उसे छोड़ दिया. महिला का दावा है कि माता-पिता के दबाव के बाद ही उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया गया.
महिला कहती है कि उसकी पहली शादी से दो बच्चे हैं और उसके पति से अनबन होने के बाद उसने गया कोर्ट में तलाक का केस दर्ज किया था. उसी दौरान उसकी मुलाकात सहायक जेल अधीक्षक से हुई थी. धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और फिर शादी हुई.
पहली शादी समाप्त हुए बिना दूसरी शादी मान्य नहीं
वहीं, सहायक जेल अधीक्षक आदित्य कुमार के पिता दिलीप सिंह का कहना है कि पहली शादी समाप्त हुए बिना दूसरी शादी मान्य नहीं मानी जा सकती. उनका कहना है कि मामला कानूनी रूप से स्पष्ट होने तक किसी नतीजे पर नहीं पहुँचा जा सकता.
महिला ने कहा है कि पुलिस उसे न्याय दिलाए. उसने मांग की है कि या तो अधिकारी उसे अपना लें या फिर शहर से लेकर पुलिस तक उसके साथ हुए व्यवहार पर कार्रवाई करें. उसने यह भी कहा कि यदि न्याय नहीं मिला, तो वह खुद को नुकसान पहुँचा सकती है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है. महिला को महिला हेल्पलाइन में सुरक्षित रखा गया था और दोनों पक्षों को 4 दिसंबर को बुलाया गया था. घटना के बाद से महिला लगातार प्रशासन से निर्णय की मांग कर रही है.
अब देखना यह होगा कि पुलिस जांच के आधार पर आगे क्या कार्रवाई करती है और इस विवाद का समाधान किस रूप में निकलता है. फिलहाल महिला का इलाज चल रहा है और पुलिस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है.
जहांगीर आलम