बिहार में पुल और पुलियों के टूटने की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं. ताजा मामला सहरसा जिले के पतरघट प्रखंड के पामा वार्ड नंबर- 04 का है, जहां 20 से 25 साल पुरानी पुलिया आज ओवरलोड ट्रैक्टर के भार से धराशायी हो गई.
ये पुलिया पामा पीडब्ल्यूडी सड़क को नेशनल हाईवे-106 से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित एक नदी पर बनी हुई थी. स्थानीय लोगों के अनुसार एक ओवरलोड ट्रैक्टर मक्का लेकर इस पुलिया से गुजर रहा था. तभी अचानक पुलिया का एक हिस्सा टूट गया और ट्रैक्टर उसी में फंस गया. गनीमत रही कि ट्रैक्टर चालक को कोई गंभीर चोट नहीं आई और वह बाल-बाल बच गया.
पुलिया टूटने के बाद मचा हड़कंप
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता संग्राम हेम्ब्रम और कनीय अभियंता प्रियंका कुमारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की और जमीनी हालात का जायजा लिया.
ये भी पढ़ें- झारखंड: उद्घाटन से पहले ढह गया 6 करोड़ का पुल, पहली बारिश में खुल गई भ्रष्ट निर्माण की पोल
कई दिन से क्षतिग्रस्त थी पुलिया
स्थानीय निवासी श्यामल यादव ने बताया कि ये पुलिया बीते कुछ दिनों से क्षतिग्रस्त थी लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया. उन्होंने यह भी बताया कि इस पुल से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते थे, जिनमें बाइक, ई-रिक्शा और चार पहिया वाहन शामिल हैं.
अब 4 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता
पुलिया के टूटने से स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अब उन्हें एनएच-106 तक पहुंचने के लिए 4 किलोमीटर लंबा वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ेगा. इससे न केवल समय की बर्बादी होगी बल्कि आपातकालीन स्थिति में दिक्कतें भी पैदा हो सकती हैं. इस हादसे ने एक बार फिर बिहार में बुनियादी ढांचे की जर्जर हालत और प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है. ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द नई पुलिया का निर्माण कराया जाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी जर्जर पुलों की जांच कराई जाए.
धीरज कुमार सिंह